नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारत और फिलीपींस के मजबूत होते संबंधों को और नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर आगामी 4 अगस्त से भारत की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर आ रहे हैं। यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही है और इसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक, रक्षा, व्यापार और समुद्री सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
✈️ राजकीय यात्रा का कार्यक्रम
राष्ट्रपति मार्कोस अपनी पत्नी प्रथम महिला मैडम लुईस अरनेटा मार्कोस और एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचेंगे। प्रतिनिधिमंडल में कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और प्रमुख व्यापारिक प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मार्कोस के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी।
वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात करेंगे।
इसके अलावा विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी उनकी भेंट तय है।
8 अगस्त को राष्ट्रपति मार्कोस बेंगलुरु का दौरा करने के बाद फिलीपींस रवाना होंगे।
🤝 भारत-फिलीपींस संबंधों का इतिहास
भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 में स्थापित हुए थे। बीते वर्षों में दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में सहयोग को सशक्त बनाया है:
व्यापार और निवेश
रक्षा एवं सुरक्षा
समुद्री सहयोग
फार्मास्यूटिकल्स और स्वास्थ्य सेवा
कृषि और खाद्य सुरक्षा
डिजिटल टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा
फिलीपींस, भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’, विजन सागर (Security and Growth for All in the Region) और हिंद-प्रशांत रणनीति का महत्वपूर्ण भागीदार रहा है।
🌏 क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग
राष्ट्रपति मार्कोस की यह यात्रा उस समय हो रही है जब भारत-फिलीपींस राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। दोनों देश आसियान के अंतर्गत गहराते सहयोग से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता, दक्षिण चीन सागर में कानून आधारित व्यवस्था और आर्थिक सुरक्षा जैसे साझा हितों पर मिलकर काम कर रहे हैं।
🏛️ महत्वपूर्ण उद्देश्य और संभावनाएँ
प्रतिरक्षा क्षेत्र में सहयोग: ब्रह्मोस मिसाइल सौदे के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध और गहरे हुए हैं।
टेक्नोलॉजी साझेदारी: भारत के स्टार्टअप और डिजिटल इंडिया अभियान को फिलीपींस के साथ जोड़ने के प्रयास।
शिक्षा और जनसंपर्क: स्टूडेंट एक्सचेंज और भारतीय मूल के प्रवासी समुदाय से जुड़ी पहलें।
📌 निष्कर्ष
राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर की भारत यात्रा न केवल भारत-फिलीपींस के बीच संबंधों को नया आयाम देगी बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सहयोग की दिशा में भी अहम मील का पत्थर साबित हो सकती है। यह दौरा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और आर्थिक, रक्षा व तकनीकी क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलने का एक बेहतरीन अवसर है।