नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इसमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई प्रमुख विपक्षी नेता शामिल हुए। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने एकजुट होकर इस प्रक्रिया के खिलाफ आवाज बुलंद की।
प्रदर्शन के दौरान सभी नेता अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था कि एसआईआर भारतीय नागरिकों के अधिकारों को छीन रही है। इन पोस्टरों पर’इंसाफ’, ‘एसआईआर वापस लो’ और ‘लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लिखे थे। विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
इस विरोध प्रदर्शन की जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा, लगातार तीसरे दिन, विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन बिहार में चल रही घोर अलोकतांत्रिक एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर रहा है। संसद को इस पर तत्काल चर्चा करानी चाहिए और इस प्रक्रिया को तुरंत रोका जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए मतदता पुनरीक्षण अभियान चला रहा है। अब तक 90.67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने फॉर्म भर दिए हैं। इसके बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की जाएगी और 30 सितंबर तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने की उम्मीद है।