नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। राज्यसभा में मंगलवार को उस समय राजनीति और कूटनीति का शक्तिशाली संगम देखने को मिला जब विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विस्तृत और दृढ़ बयान दिया। उन्होंने आतंकवाद, पाकिस्तान की भूमिका और भारत की कूटनीतिक जीत के विषय में बेबाक तरीके से अपनी बात रखी। जयशंकर ने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान का आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) दरअसल लश्कर-ए-तैयबा का ही नया चेहरा है और भारत ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिद्ध किया है।
🔥 टीआरएफ: पाकिस्तान का आतंकी मुखौटा बेनकाब
विदेश मंत्री ने राज्यसभा में स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ने वैश्विक मंचों पर TRF को पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट बताया और इस पर संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका की मुहर भी लग गई है। यह कूटनीतिक सफलता मोदी सरकार की सतत रणनीति और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी का नतीजा है।
“खून और पानी अब एक साथ नहीं बहेंगे।” — एस जयशंकर
⚔️ ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के विरुद्ध निर्णायक कार्यवाही
टीआरएफ के आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की। यह ऑपरेशन उन आतंकियों के खिलाफ था, जो पाकिस्तान की धरती से संचालित हो रहे थे।
जयशंकर ने कहा कि भारत अब किसी मध्यस्थता के लिए तैयार नहीं है और ना ही परमाणु धमकियों के आगे झुकेगा। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की स्पष्ट नीति है — “अब शब्दों से नहीं, कार्रवाई से जवाब दिया जाएगा।”
🧩 सिंधु जल संधि: ऐतिहासिक पुनर्विचार
जयशंकर ने राज्यसभा में सिंधु जल संधि को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह संधि शांति के लिए नहीं, तुष्टीकरण की नीति का हिस्सा थी।
“60 वर्षों तक कहा गया कि पंडित नेहरू की गलती सुधारी नहीं जा सकती। लेकिन मोदी सरकार ने इसे गलत साबित कर दिया।” — डॉ. जयशंकर
सिंधु जल संधि को स्थगित करने का निर्णय यह संकेत है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, भारत भी अपनी नीतियों को बदलेगा।
🕊️ भारत की कूटनीति: अब मौन नहीं, मुखर प्रतिक्रिया
जयशंकर ने याद दिलाया कि 2006-08 के आतंकी हमलों के बाद भारत की प्रतिक्रिया कमजोर रही थी। उन्होंने विपक्षी सरकारों की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंबई धमाकों के बाद भी पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू कर दी गई थी।
अब, मोदी सरकार की नीति स्पष्ट है — जो हमला करेगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
🌍 वैश्विक स्तर पर भारत का उभार
जयशंकर ने कहा कि आज आतंकवाद को वैश्विक एजेंडे में शामिल करना भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है। इसके लिए मोदी सरकार ने लगातार काम किया है, जिसमें FATF (वित्तीय कार्रवाई कार्यबल) के माध्यम से पाकिस्तान पर दबाव डालना भी शामिल है।
🚫 परमाणु धमकियों को नहीं झेलेगा भारत
जयशंकर ने कहा कि भारत अब परमाणु ब्लैकमेलिंग को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा। पाकिस्तान जैसे देशों को सख्त संदेश दिया गया है कि अगर भारत के नागरिकों पर हमला हुआ, तो उसका जवाब निर्णायक रूप से दिया जाएगा।
📚 इतिहास से सीख, भविष्य की रक्षा
जयशंकर ने अपने भाषण में कहा कि कुछ राजनीतिक दल इतिहास से भागते हैं, लेकिन अब वह समय आ गया है जब भारत को अपने ऐतिहासिक निर्णयों की समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक गलतियों को सुधारना अब सरकार की नीति है।