नागपुर, (वेब वार्ता)। महाराष्ट्र को एक और हाई-स्पीड ट्रेन सेवा का तोहफ़ा मिला, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागपुर (अजनी) और पुणे के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर नागपुर रेलवे स्टेशन पर विशेष आयोजन किए गए, जिसमें रेलवे अधिकारियों, यात्रियों और स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या मौजूद रही।
उद्घाटन से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों, खासकर बच्चों से बातचीत की। उन्होंने उन्हें वंदे भारत ट्रेन की अत्याधुनिक सुविधाओं, उच्च गति, आरामदायक सीटिंग और सुरक्षा मानकों के बारे में बताया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह नई सेवा नागपुर और पुणे के बीच यात्रा समय को उल्लेखनीय रूप से घटाएगी। यह न केवल यात्रियों को तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देगी, बल्कि दोनों शहरों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी गति देगी।
🚅 एक साथ तीन वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने केवल नागपुर-पुणे ही नहीं, बल्कि बेंगलुरु से बेलगावी और अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा तक की वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई। इन ट्रेनों के शुरू होने से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा, यात्रा समय घटेगा और यात्रियों को विश्वस्तरीय रेल यात्रा अनुभव मिलेगा।
🚇 बेंगलुरु को मेट्रो कनेक्टिविटी का बड़ा तोहफ़ा
पीएम मोदी ने बेंगलुरु के आरवी रोड (रागीगुड्डा) से बोम्मासंद्रा तक येलो लाइन का उद्घाटन किया। यह लाइन 19 किलोमीटर से अधिक लंबी है और इसमें 16 स्टेशन हैं। इस पर लगभग ₹7,160 करोड़ की लागत आई है।
येलो लाइन शुरू होने के साथ, बेंगलुरु मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 96 किलोमीटर से अधिक हो गई है, जिससे शहर के दक्षिणी हिस्से की लाखों आबादी को तेज और सुविधाजनक यातायात का विकल्प मिलेगा।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने ₹15,610 करोड़ की लागत वाली बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 परियोजना की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना आने वाले वर्षों में शहर की मेट्रो क्षमता और कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगी।