नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश को तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात देते हुए ऐलान किया है कि इस साल के अंत तक पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप (‘Made in India’ Chip) बाजार में उपलब्ध होगी। इसके साथ ही, भारत 5G की सफलता के बाद 6G तकनीक के विकास पर भी तेजी से काम कर रहा है।
यह ऐतिहासिक घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम को संबोधित करते हुए की। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कदम भारत को दुनिया के सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करेगा और देश की डिजिटल क्रांति को नई गति देगा।
Speaking at The Economic Times World Leaders Forum. @EconomicTimes https://t.co/g7cebMoUSA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2025
‘मेड इन इंडिया’ चिप से खुलेगा नया युग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत अब केवल एक उपभोक्ता (consumer) नहीं रहेगा, बल्कि अब हम सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहे हैं।” इस साल के अंत तक मेड इन इंडिया चिप के बाजार में आने से मोबाइल फोन, कंप्यूटर, टेलीकॉम उपकरण और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे उद्योगों को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल आयात पर निर्भरता कम होगी, बल्कि निर्यात (export) के नए अवसर भी पैदा होंगे।
यह ऐलान एक ऐसे वक्त में आया है जब पूरी दुनिया सेमीकंडक्टर चिप की कमी (Global Chip Shortage) से जूझ रही है। भारत का यह कदम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (Global Supply Chain) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
5G के बाद अब 6G पर है फोकस – PM Modi
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने दूरसंचार क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे भारत ने 5G नेटवर्क का रिकॉर्ड समय में देशव्यापी विस्तार किया। अब इस सफलता को आगे बढ़ाते हुए 6G तकनीक पर रिसर्च और विकास पर जोर दिया जा रहा है।
“भारत 5G सेवाओं को रिकॉर्ड समय में देशभर में पहुंचाने के बाद अब 6G की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इससे आने वाले समय में भारत वैश्विक स्तर पर अत्याधुनिक संचार प्रौद्योगिकी का अग्रणी देश बन सकता है,” – पीएम मोदी
भारत: एक विश्वसनीय निवेश गंतव्य
प्रधानमंत्री ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भारत की स्थिति मजबूत बताई। उन्होंने कहा कि भारत ने खुद को एक विश्वसनीय निवेश गंतव्य (Reliable Investment Destination) के रूप में साबित किया है। उन्होंने एक बार फिर विश्वास जताया कि निकट भविष्य में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
इस ऐलान को उद्योग जगत और आर्थिक विशेषज्ञों ने भारत के लिए एक गेम-चेंजिंग कदम करार दिया है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक ठोस और ऐतिहासिक पहल साबित होगी।