-लोकसभा में पारित हुए नए आयकर विधेयक पर विपक्षी दलों का विरोध
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। लोकसभा में सोमवार को दो अहम टैक्स विधेयक — आयकर (संख्या 2) विधेयक 2025 और कराधान कानून (संशोधन) विधेयक 2025 — विपक्ष के हंगामे के बीच बिना किसी बहस के पारित हो गए। इस पर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अखिलेश यादव ने सरकार की प्रक्रिया पर उठाए सवाल
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने विधेयक को पारित करने की प्रक्रिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“यह भाजपा का काम करने का तरीका है। इतने बड़े फैसले पर सदन में चर्चा तक नहीं हुई। उनकी विदेश नीति देखिए — एक के बाद एक टैरिफ और पूरा कारोबार चीन पर निर्भर। कोई सोच भी नहीं सकता था कि 20,000 प्राथमिक स्कूल बंद हो जाएंगे। गरीब बच्चों को पढ़ाई का मौका नहीं मिलेगा, तो चाहे जितने आयकर बिल पास कर लो, खुशी नहीं मिलेगी।”
कार्ति चिदंबरम ने बताया निराशाजनक
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा,
“यह निराशाजनक है कि बिल बिना विपक्ष को बोलने का मौका दिए पास हो रहे हैं। हम एसआईआर मुद्दे पर लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अडिग है। खेल विधेयक में कई अहम मुद्दे उठाने थे, लेकिन सरकार का मकसद केवल खेल संगठनों पर नियंत्रण पाना है।”
विधेयकों का उद्देश्य
आयकर (संख्या 2) विधेयक 2025 — आयकर अधिनियम 1961 से संबंधित कानूनों को समेकित और संशोधित करने के लिए लाया गया है।
कराधान कानून (संशोधन) विधेयक 2025 — आयकर अधिनियम 1961 और वित्त अधिनियम 2025 में संशोधन करेगा।
संसद में बिना बहस के पास हुए इन विधेयकों को लेकर विपक्षी दलों का आरोप है कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के विपरीत है और जनता के हितों की अनदेखी करता है।