फतेहपुर, अजय कुमार (वेब वार्ता)। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दलित समाज के एक युवक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की। कुछ दिनों पहले हरिओम की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। राहुल ने परिवार का दर्द बांटा और न्याय की उम्मीद जगाई। उन्होंने कहा कि यह हत्या संविधान के प्रति घोर अपराध है, और “ये देश मनुवाद से नहीं, बाबा साहेब के संविधान से चलेगा।”
हरिओम वाल्मीकि हत्याकांड: परिवार का दर्द
फतेहपुर के एक गांव में हरिओम वाल्मीकि (उम्र 25 वर्ष) की हत्या कुछ दिनों पहले हुई। आरोपियों ने जातिगत भेदभाव के चलते पीट-पीटकर उनकी जान ले ली। परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात कर उनका दर्द साझा किया और कहा, “आपका दर्द मेरा दर्द है। हम इस अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे।”
राहुल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “जो हरिओम वाल्मीकि के साथ हुआ, वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। ऐसी ओछी विचारधारा समाज पर कलंक है। हम इस अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ते रहेंगे। ये देश मनुवाद से नहीं, बाबा साहेब के संविधान से चलेगा।”
राहुल गांधी का संदेश: संविधान का सम्मान
राहुल ने मुलाकात के बाद कहा, “हरिओम का परिवार बेहद पीड़ा से गुजर रहा है। वे न्याय की उम्मीद में हैं। हम इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेंगे। भारत का संविधान सबको समान अधिकार देता है, और हम इसे लागू कराने के लिए लड़ेंगे।”
सामाजिक प्रभाव
यह घटना उत्तर प्रदेश में दलितों पर हिंसा को उजागर करती है। राहुल की मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा, जबकि सत्ताधारी BJP ने न्याय का भरोसा दिलाया।
निष्कर्ष
राहुल गांधी की यह मुलाकात पीड़ित परिवार के लिए न्याय की उम्मीद जगाती है। यह संविधान के सम्मान और सामाजिक न्याय की लड़ाई का प्रतीक है।
हरिओम वाल्मीकि की नृशंस हत्या ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।
उनके परिवार की आंखों में दर्द के साथ एक सवाल था – क्या इस देश में दलित होना अब भी जानलेवा गुनाह है?
उत्तर प्रदेश में प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने में जुटा है। उन्होंने परिवार को मुझसे मिलने से रोकने की… pic.twitter.com/6a8mglGb8M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 17, 2025