नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लोकसभा में जारी चर्चा के दौरान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पहलगाम हमले को सरकार की चूक बताया। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना सुरक्षा चूक है, क्योंकि सरकार के कहने पर ही टूरिस्ट वहां जा रहे थे।
सपा सांसद डिंपल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना की तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमें अपनी सेना पर गर्व है। सेना के शौर्य, सामर्थ्य, साहस और पराक्रम को मेरा शत-शत नमन है। भारतीय सेना ने मातृभूमि की रक्षा की है और इसके लिए हम उनके हमेशा कृतज्ञ रहेंगे। सेना हमारा अभिमान भी है और हमारा सम्मान भी है।”
सपा सांसद डिंपल यादव ने पहलगाम आतंकी हमले को दुखद और भारत की सुरक्षा पर गहरा आघात बताया। साथ ही पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। डिंपल यादव ने लोकसभा में बोलते हुए कहा, “हम उन भारतीय नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने सीमा पर अपनी जान गंवाई या घायल हुए। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की सुरक्षा पर एक आघात था। एक तरफ सरकार दावा कर रही थी कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य है। वहां सामान्य स्थिति होने की धारणा को स्थापित करने का दावा किया गया। लेकिन कहीं न कहीं राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हुआ और पहलगाम की घटना उसका अंजाम है। हमारा सरकार से सवाल है कि यह घटना क्यों घटी?”
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा सरकार के आह्वान पर ही पर्यटक वहां गए थे, लेकिन हमले के बाद सरकार ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। टूर ऑपरेटर्स पर दोष डालने की कोशिश की गई, जो गैर-जिम्मेदाराना है।”
डिंपल यादव ने लोकसभा में सीजफायर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर सीजफायर की घोषणा भारत के बजाए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की, जो भारत की विदेश नीति की विफलता दर्शाता है। ‘विश्व गुरु’ का नैरेटिव नाकाम हुआ है।
डिंपल यादव ने सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “पाकिस्तान को यूएन की काउंटर टेररिज्म काउंसिल का चेयरमैन बनाया जाना सरकार की नाकामी दर्शाता है। पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों के बीच भारत की स्थिति पर सवालिया निशान है।”
डिंपल ने सीडीएस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि लड़ाकू विमान क्यों गिरे। साथ ही, सरकार को यह भी बताना चाहिए कि उसे चीन के पाकिस्तान समर्थन की जानकारी क्यों नहीं थी।