श्रीनगर, (वेब वार्ता)। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के सभी संयुक्त पूछताछ केंद्रों (जेआईसी) में व्यवस्थित सुधार किए जाने का मंगलवार को आह्वान किया।
महबूबा ने हिरासत में एक व्यक्ति को यातना देकर नपुंसक बना दिए जाने संबंधी खबरों के मद्देनजर यह आह्वान किया।
उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को जम्मू-कश्मीर में एक पुलिस कांस्टेबल को ”हिरासत में लेकर उसे अमानवीय यातना” दिए जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का सोमवार को निर्देश दिया। इसके अलावा न्यायालय ने केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन को पीड़ित को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया।
मुफ्ती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”एक व्यक्ति को इतनी बेरहमी से प्रताड़ित किया गया कि उसके गुप्तांगों को क्षत-विक्षत कर दिया गया। यह जम्मू-कश्मीर में हिरासत में दुर्व्यवहार की भयावहता को दर्शाता है। सीबीआई जांच, गिरफ्तारी और 50 लाख रुपये के मुआवजे का उच्चतम न्यायालय का आदेश काफी समय से लंबित कदम है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह कोई अपवाद नहीं है और सभी जेआईसी में व्यवस्थागत सुधार एवं जांच की तत्काल आवश्यकता है।”
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने अपने आदेश में कहा था कि अवैध हिरासत के दौरान कांस्टेबल को आई चोटें, विशेष रूप से ”उसके निजी अंगों को पूरी तरह से विकृत करना, इन अंगों पर काली मिर्च/मिर्च पाउडर का प्रयोग और बिजली के झटके देना” उसे दी गई गंभीर अमानवीय यातनाओं को स्पष्ट करते हैं।