नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान एक अहम जानकारी सामने आई है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने शुक्रवार को जारी अपने दैनिक बुलेटिन में बताया कि 1 अगस्त को प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची के संबंध में अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने कोई औपचारिक आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
मसौदा सूची में सुधार का अवसर जारी
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि अंतिम मतदाता सूची में किसी भी पात्र मतदाता को बाहर नहीं किया जाएगा और किसी अपात्र को शामिल नहीं होने दिया जाएगा। आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि यदि मसौदा सूची में कोई त्रुटि या विसंगति है तो अपने दावे और आपत्तियां दर्ज कराएं। यह प्रक्रिया अभी भी जारी है और इसका उद्देश्य है कि 2025 के चुनावों से पहले मतदाता सूची पूरी तरह पारदर्शी और त्रुटिरहित हो।
विपक्ष के आरोप, लेकिन आपत्ति नहीं
दिलचस्प बात यह है कि विपक्षी दल लगातार एसआईआर (Special Summary Revision) प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि बड़ी संख्या में पात्र मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। इसके बावजूद, बीते सात दिनों में किसी भी राजनीतिक दल के बूथ लेवल एजेंट (BLA) ने मसौदा सूची में नाम हटाने या सुधार को लेकर आपत्ति दर्ज नहीं कराई।
सूची सभी दलों को साझा की गई
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 1 अगस्त को बूथ-वार मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की गई थी, जिसे सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा किया गया। इस सूची के आधार पर राजनीतिक दल अपने स्तर पर जांच कर सकते हैं और आवश्यक होने पर सुधार के लिए सुझाव भेज सकते हैं।
BLA और मतदान केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी
आयोग ने बताया कि बिहार के 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने अपने बूथ लेवल एजेंट की संख्या 1,38,680 से बढ़ाकर 1,60,813 कर दी है।
इसके अलावा, राज्य में प्रति बूथ मतदाताओं की संख्या 1,200 तक सीमित करने के निर्णय के तहत मतदान केंद्रों की संख्या 77,895 से बढ़ाकर 90,712 कर दी गई है। इसी अनुपात में बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) की संख्या भी बढ़ाई गई है।
मतदाताओं की सुविधा के लिए स्वयंसेवक तैनात होंगे
लंबी कतारों से बचाने और मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए बिहार में 1 लाख स्वयंसेवकों की तैनाती की जा रही है। ये स्वयंसेवक मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को सही जानकारी और सहायता प्रदान करेंगे।
आयोग की अपील
निर्वाचन आयोग ने पुनः सभी मतदाताओं, राजनीतिक दलों और बीएलए से आग्रह किया है कि यदि मसौदा सूची में कोई त्रुटि है तो समय रहते दावे और आपत्तियां दर्ज कराएं, ताकि आगामी चुनाव पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न हो सकें।