कोलकाता, (वेब वार्ता)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में गैंगरेप की एक और सनसनीखेज घटना ने पूरे शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। दक्षिणी कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके की रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती ने अपने दो परिचितों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। आरोपियों ने युवती को उसके जन्मदिन मनाने के बहाने एक फ्लैट में बुलाया और वहां वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण: जन्मदिन का जश्न बना दुस्वप्न
युवती ने हरिदेवपुर थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि वह कुछ महीनों पहले चंदन मल्लिक नाम के एक व्यक्ति से मिली थी, जो खुद को दक्षिण कोलकाता की एक बड़ी दुर्गा पूजा समिति का प्रमुख बताता था। चंदन ने उसे समिति में शामिल होने का लालच दिया और उसके माध्यम से युवती की मुलाकात देबांशु बिस्वास (द्वीप) से हुई। तीनों के बीच बातचीत बढ़ी और 5 सितंबर 2025 को युवती का जन्मदिन था।
आरोपियों ने युवती को रिजेंट पार्क इलाके के एक फ्लैट में जन्मदिन मनाने के बहाने बुलाया। फ्लैट में खाने-पीने के बाद जब युवती घर जाने लगी, तो आरोपियों ने दरवाजा बंद कर दिया और उसका गैंगरेप किया। युवती ने बताया कि वह किसी तरह अगले दिन सुबह 10:30 बजे फ्लैट से भाग निकली और घर पहुंचकर परिवार को घटना की जानकारी दी। परिवार के साथ मिलकर युवती ने 6 सितंबर 2025 को हरिदेवपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधिकारी ने कहा:
“शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(1) (गैंगरेप) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपी फरार हैं, और उनकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है।”
पुलिस जांच और कार्रवाई
कोलकाता पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन, और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर जांच तेज कर दी गई है। पुलिस ने फ्लैट के मालिक से भी पूछताछ की है, जो किराए पर दिया गया था। फ्लैट के मालिक ने बताया कि आरोपी देबांशु ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर फ्लैट लिया था।
पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए युवती को हावड़ा जिला अस्पताल भेजा, जहां बलात्कार की पुष्टि हुई। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तस्वीरें जारी की गई हैं और जल्द गिरफ्तारी होगी।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा:
“यह घटना कोलकाता में महिलाओं की स्थिति को दर्शाती है। सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है।”
वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है। टीएमसी प्रवक्ता ने कहा:
“यह राजनीतिकरण का समय नहीं है। पुलिस दोषियों को पकड़ लेगी।”
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और कोलकाता पुलिस से 72 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।
पिछली घटनाओं का संदर्भ
यह घटना आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2024 में हुई बलात्कार-हत्या और साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में जून 2025 में गैंगरेप के बाद आई है। इन घटनाओं ने कोलकाता में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
आगे की राह
पुलिस ने पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी है और उसे मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान की जा रही है। सामाजिक संगठन और महिला अधिकार कार्यकर्ता त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं। यह घटना कोलकाता में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने की जरूरत को रेखांकित करती है।