नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी (AAP) नेता सत्येंद्र जैन के खिलाफ 2019 में दर्ज भ्रष्टाचार के मामले को बंद कर दिया है। अदालत ने यह निर्णय केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की क्लोज़र रिपोर्ट के आधार पर लिया, जिसमें कहा गया कि पीडब्ल्यूडी सलाहकारों की नियुक्ति में कोई भी अवैध लाभ नहीं हुआ और भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं मिला।
यह मामला दिल्ली सरकार की सतर्कता शाखा की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सलाहकारों की भर्ती में गड़बड़ी हुई है।
केजरीवाल का तीखा हमला
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा —
“आप नेताओं के ख़िलाफ़ लगाये गए सारे केस झूठे हैं। समय के साथ सभी केसों में सच्चाई सामने आ जाएगी। हमारे ऊपर झूठे केस लगाकर हमें जेल भेजा गया। जिन लोगों ने ये झूठे केस लगाए और जिन नेताओं के कहने पर ये झूठे केस लगाए, क्या उन सबको जेल नहीं भेजना चाहिए? हम पर दिन-रात कीचड़ उछाला गया। हमारे परिवारों को इतनी पीड़ा झेलनी पड़ी। जब चाहा फ़र्ज़ी केस कर दिया, जब चाहा जेल भेज दिया, और जब मन किया क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी? क्या ये न्याय है?”
आप नेताओं का आरोप – भाजपा की साजिश
AAP नेता अनुराग ढांडा ने कहा —
“भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। 2019 में ये झूठा केस गढ़ा गया, छह साल तक खींचा गया और अब कोर्ट ने साफ कहा कि भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं है।”
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि सीबीआई के ज़रिए झूठे केस बनाकर आम आदमी पार्टी की छवि खराब करने की साजिश रची गई थी।
कोर्ट का निष्कर्ष
कोर्ट ने कहा कि सीबीआई की जांच में किसी भी तरह के सत्ता के दुरुपयोग या अवैध वित्तीय लाभ का सबूत नहीं मिला, इसलिए केस को बंद किया जा रहा है।