नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT Delhi में शुक्रवार को 56वें दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें 2764 विद्यार्थियों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं। इस भव्य आयोजन में पहली बार एनर्जी इंजीनियरिंग में बीटेक, रोबोटिक्स में इंटरडिसिप्लिनरी एमटेक, वीएलएसआई डिजाइन एवं एआई जैसे नए पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को भी डिग्रियां दी गईं।
इस अवसर पर ‘मिसाइल वुमन’ के नाम से मशहूर डॉ. टेसी थॉमस मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रगति, नवाचार और राष्ट्र सेवा के मूल मंत्र दिए।
🎓 भारत की वैज्ञानिक यात्रा में युवाओं की भूमिका अहम: डॉ. टेसी थॉमस
मुख्य अतिथि डॉ. टेसी थॉमस ने कहा कि चंद्रयान-3, आदित्य एल1, और आगामी गगनयान मिशन जैसे मिशन देश की वैज्ञानिक शक्ति का परिचायक हैं। उन्होंने बताया कि कैसे डेटा, एल्गोरिद्म और ऑटोमेशन से भारत तकनीकी रूप से वैश्विक अग्रणी बन रहा है।
“तकनीकी समाधान मानव जीवन को प्रभावित कर रहे हैं और भारत अब एआई, बिग डेटा और ड्रोन जैसी तकनीकों में आत्मनिर्भर बन रहा है,” – डॉ. टेसी थॉमस।
🗣️ बयानबाज़ी से दूर रहकर सच्चाई का सामना करें: हरीश साल्वे
IIT Delhi के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष हरीश साल्वे ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे अपनी पहचान अपनी लड़ाइयों से तय करें, न कि जीत-हार से। उन्होंने कहा कि:
“सूचना एक हथियार भी बन सकती है। इसलिए सत्य को समझने की क्षमता विकसित करें और अपनी आकांक्षाओं को सीमित न करें।”
👨🎓 प्रेरणादायक उदाहरण: सबसे युवा और सबसे वरिष्ठ स्नातक
इस समारोह में दो प्रेरक उदाहरण सामने आए:
20 वर्षीय चंदन गोदारा, जिन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया, सबसे कम उम्र के स्नातक बने।
वहीं 63 वर्षीय गोपाल कृष्ण तनेजा, जिन्होंने पीएचडी पूरी की, समारोह के सबसे वरिष्ठ स्नातक रहे।
📈 डिग्री वितरण का संक्षिप्त आँकड़ा
IIT Delhi ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 2764 डिग्रियां प्रदान कीं, जिनमें शामिल हैं:
कोर्स | विद्यार्थियों की संख्या |
---|---|
पीएचडी | 530 |
एमएससी (रिसर्च) | 62 |
एमटेक | 488 |
डुअल डिग्री (बीटेक+एमटेक) | 124 |
मास्टर ऑफ डिजाइन | 23 |
एमबीए | 172 |
मास्टर ऑफ साइंस | 218 |
मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी | 19 |
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा | 73 |
बीटेक | 1048 |
अंडरग्रेजुएट डिप्लोमा | 7 |
🧠 शिक्षा से आत्मनिर्भरता की ओर: निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी का संदेश
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सीखना अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि—
“हमने आपको कौशल और सोचने की स्वतंत्रता दी है। जीवन में हर स्थिति को विनम्रता और सीखने की ललक से अपनाइए।”
🔍 नवाचार और अनुसंधान की ओर बढ़ता भारत
IIT Delhi के इस दीक्षांत समारोह ने यह साफ संदेश दिया कि भारत में तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान का भविष्य उज्ज्वल है। नई पीढ़ी वैज्ञानिक खोजों, नवाचारों और तकनीकी विकास में देश को आगे ले जाने में अग्रसर है।
56th #Convocation: 2764 #IITDelhi Students Awarded Degrees and Diplomas
Chief Guest Dr. Tessy Thomas, the Missile Woman of India, Inspires Graduating Students
Dr. Thomas Calls IIT Delhi a cradle of innovation, knowledge, and nation-building
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— IIT Delhi (@iitdelhi) August 2, 2025
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