गुरुग्राम, (वेब वार्ता)। हरियाणा के गुरुग्राम में मानवीय संवेदनशीलता और कर्तव्यपरायणता का एक बेहतरीन उदाहरण सामने आया है। यातायात पुलिस में तैनात एएसआई कृष्ण कुमार ने अपने प्रशिक्षण और तत्परता का परिचय देते हुए एक बेहोश कार चालक को समय रहते सीपीआर (CPR) देकर उसकी जान बचा ली। एएसआई की इस त्वरित कार्रवाई की न केवल राहगीरों ने सराहना की, बल्कि पीड़ित युवक और उसके परिवार ने भी इसे “नई जिंदगी का तोहफा” बताया।
🧠 क्या हुआ घटनास्थल पर?
घटना सोमवार दोपहर लगभग 12 बजे की है, जब गुरुग्राम यातायात पुलिस के जोनल अधिकारी और एएसआई कृष्ण कुमार अपनी ड्यूटी पर मेंदाता चौक के पास तैनात थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि एक कार झटकों के साथ अचानक रुक गई और चालक सीट पर बैठा व्यक्ति बेहोश हो गया।
बिना एक पल गंवाए, एएसआई कृष्ण कुमार मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से कार का दरवाजा खोलकर युवक को बाहर निकाला। युवक की सांसें रुकी हुई थीं और उसकी नाड़ी कमजोर हो चुकी थी। ऐसे हालात में एएसआई ने प्राथमिक चिकित्सा के तहत CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) देना शुरू किया।
❤️ सीपीआर से लौटी जान
कृष्ण कुमार ने CPR के तहत युवक की छाती पर जोर-जोर से दबाव देना शुरू किया। कुछ ही देर में युवक के शरीर में हरकत दिखी और उसने हल्की सांस लेनी शुरू कर दी। स्थिति सामान्य होने पर उसे पानी पिलाया गया और आराम करने दिया गया।
इसके बाद युवक के मोबाइल पर कॉल आई जिसे एएसआई ने रिसीव किया। कॉल करने वाला उसका भाई था, जिसे कृष्ण कुमार ने स्थिति की जानकारी देकर घटनास्थल पर बुला लिया।
👨👦 परिवार ने जताया आभार
युवक की पहचान अजीत पुत्र बनवारी कटारिया, निवासी मौजी वाला कुआं, गुरुग्राम के रूप में हुई। उसके भाई ने मौके पर पहुंचकर एएसआई का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आपने मेरे भाई को नई जिंदगी दी है। यह एहसान हम कभी नहीं भूलेंगे। अगर समय पर सीपीआर न दिया गया होता, तो स्थिति बहुत गंभीर हो सकती थी।”
👮♂️ पुलिस प्रशिक्षण का उदाहरण
यह घटना दर्शाती है कि यदि पुलिसकर्मी अपने प्रशिक्षण और संवेदनशीलता का सही समय पर उपयोग करें तो वे न केवल कानून व्यवस्था संभाल सकते हैं बल्कि ज़िंदगियां भी बचा सकते हैं। एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा प्रदर्शित तत्परता और मानवता न केवल एक आदर्श है, बल्कि पूरे पुलिस विभाग के लिए गर्व की बात भी है।