नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार में स्थित कॉसमॉस स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में शनिवार दोपहर भीषण आग लग गई, जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों और स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई। दमकल विभाग की आठ गाड़ियों और पुलिस की सहायता से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस हादसे में अस्पताल में काम करने वाले अमित नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आग लगने की घटना और बचाव कार्य
घटना दोपहर 12:12 बजे हुई जब अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर से अचानक आग और धुआं उठने लगा। अस्पताल के अंदर धुआं इतना घना था कि मरीजों और स्टाफ को सांस लेने में भारी कठिनाई हो रही थी।
फायर ब्रिगेड की दो टीमें बनाई गईं—एक टीम ने मरीजों और स्टाफ का रेस्क्यू किया, जबकि दूसरी टीम ने आग बुझाने में जुटी रही। अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने के साथ-साथ मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए शीशे तोड़े गए और ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग कर अंदर प्रवेश किया गया।
करीब दो घंटे की मेहनत के बाद आग को पूरी तरह बुझा लिया गया। अस्पताल से कुल 11 लोगों को बचाया गया, जिनमें से एक अमित की मौत हो गई, जो अस्पताल में कार्यरत था।
अस्पताल और प्रभावित लोग
आग लगने के कारण अस्पताल में भर्ती कई मरीज क्रिटिकल स्थिति में पहुंच गए। उन्हें तुरंत पास के निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। अस्पताल के स्टाफ और कर्मचारी भी धुएं के कारण बेहोश होने की स्थिति में थे, जिन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे और राहत एवं बचाव कार्य में जुटे रहे।
अधिकारियों का बयान
दमकल विभाग के अधिकारी अशोक कुमार जायसवाल ने मीडिया को बताया, “हमने आग लगने की सूचना मिलते ही आठ गाड़ियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर दो टीमों का गठन किया। एक टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन किया, जबकि दूसरी ने आग बुझाई। हम लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे।”
घटना के कारणों की जांच
अधिकारियों ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता लगाया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या ऑक्सीजन सिलेंडर से लीकेज की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
निष्कर्ष
पूर्वी दिल्ली के इस अस्पताल में लगी आग ने मरीजों और अस्पताल स्टाफ की जान को गंभीर खतरा पैदा किया। समय पर राहत और बचाव कार्य के कारण बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई जा सकी, लेकिन एक कर्मचारी की जान चली गई।
प्रशासन ने कहा है कि घटना की गहराई से जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।