Sunday, October 5, 2025
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दिल्ली पुलिस ने फर्जी पैरा कमांडो को गिरफ्तार किया: शाहदरा में 70 हजार की ठगी का मामला

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली पुलिस के शाहदरा जिला थाना फर्श बाजार ने एक सनसनीखेज मामले में 23 वर्षीय युवक दीपांशु, निवासी संजीव नगर, कानपुर, को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति अपने आप को भारतीय सेना का पैरा कमांडो लेफ्टिनेंट बताकर एक युवती से शादी का झांसा देकर 70,000 रुपये की ठगी कर रहा था। शाहदरा के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि आरोपी के पास से सेना की वर्दी और एक फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया गया है। पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, 1 सितंबर 2025 को फर्श बाजार थाना में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता, 28 वर्षीय दामिनी, जो नोएडा में एक मेडिकल स्टोर चलाती हैं, ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति ने खुद को सेना का अधिकारी बताकर उनसे ठगी की है। दामिनी ने बताया कि आरोपी, दीपांशु, ने उनके साथ शादी का वादा किया और इस बहाने उनसे 70,000 रुपये ले लिए।

जांच के दौरान, पुलिस को सूचना मिली कि दीपांशु दामिनी से मिलने के लिए आ रहा है। इसके आधार पर, एसआई विनय, एएसआई शिव कुमार सोलंकी, और कांस्टेबल विक्रांत की एक टीम, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर अजय करण शर्मा (एसएचओ/फर्श बाजार) और एसीपी संजय कुमार की देखरेख में किया गया, ने दीपांशु को हिरासत में लिया। जांच में पता चला कि दीपांशु ने एनडीए परीक्षा दी थी, लेकिन वह असफल रहा था। इसके बावजूद, उसने सेना की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र का उपयोग कर अपनी धोखाधड़ी को अंजाम दिया।

“आरोपी ने खुद को सेना का लेफ्टिनेंट बताकर युवती का विश्वास जीता और शादी का झांसा देकर पैसे ऐंठे। यह एक गंभीर अपराध है, और हम इसकी गहराई से जांच कर रहे हैं,” – डीसीपी प्रशांत गौतम।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने दीपांशु के खिलाफ 2 सितंबर 2025 को भरतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 452/2025 दर्ज की। उसके पास से बरामद सामग्री में शामिल हैं:

  • सेना की लेफ्टिनेंट वर्दी

  • फर्जी पहचान पत्र

पुलिस ने बताया कि दीपांशु ने इस तरह की धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए सेना की प्रक्रियाओं की जानकारी का दुरुपयोग किया। मामले की जांच अभी जारी है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दीपांशु ने अन्य लोगों के साथ भी ऐसी ठगी की है।

सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया

इस घटना ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी। कई यूजर्स ने इसे “दिनदहाड़े धोखाधड़ी” करार देते हुए पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। एक X पोस्ट में लिखा गया:

“फर्जी सेना अधिकारी बनकर ठगी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दिल्ली पुलिस को बधाई!”

हालांकि, कुछ यूजर्स ने क्षेत्र में बढ़ती ठगी की घटनाओं पर चिंता जताई और पुलिस से और सतर्कता बरतने की मांग की।

शाहदरा में कानून-व्यवस्था

शाहदरा जिला हाल के महीनों में कई आपराधिक घटनाओं, जैसे ठगी, अपहरण, और मारपीट, के लिए सुर्खियों में रहा है। इस मामले ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से गश्त बढ़ाने और सीसीटीवी नेटवर्क को मजबूत करने की मांग की है।

“ऐसी घटनाएं डर पैदा करती हैं। पुलिस को अपराधियों में डर पैदा करने के लिए और सख्ती बरतनी चाहिए,” – एक स्थानीय निवासी।

आगे की जांच

पुलिस इस मामले में दीपांशु के आपराधिक इतिहास और संभावित अन्य पीड़ितों की तलाश कर रही है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि उसने फर्जी दस्तावेज कैसे तैयार किए और क्या इस तरह की धोखाधड़ी में कोई और शामिल है। डीसीपी प्रशांत गौतम ने आश्वासन दिया कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई की जाएगी।

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