Saturday, August 2, 2025
Homeमहानगरदिल्ली-एनसीआरतिरंगे की थीम पर दिल्ली की ड्राइवरलेस मेट्रो: फेज-4 की तीन नई...

तिरंगे की थीम पर दिल्ली की ड्राइवरलेस मेट्रो: फेज-4 की तीन नई लाइनों पर हाईटेक ट्रेनें दौड़ने को तैयार

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली मेट्रो अब केवल तेज और सुविधाजनक यात्रा का ही नहीं, बल्कि देशभक्ति और तकनीकी आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक बनने जा रही है। फेज-4 के तीनों कॉरिडोर पर चलने वाली नई चालक रहित (ड्राइवरलेस मेट्रो – Driverless) मेट्रो ट्रेनें पूरी तरह भारत में बनी हैं और इनका इंटीरियर तिरंगे की थीम पर आधारित होगा।

छह कोच वाली इन ट्रेनों का पहला कोच केसरिया, दूसरा सफेद और तीसरा हरे रंग का होगा — यही क्रम चौथे से छठे कोच तक दोहराया जाएगा।


🚆 फेज-4 में शामिल तीन कॉरिडोर और ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनें

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) के अनुसार, फेज-4 में तीन कॉरिडोर के लिए कुल 52 ड्राइवरलेस ट्रेनें (352 कोच) तैयार की जा रही हैं:

  • मैजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम – आरके आश्रम): 24 ट्रेनें (144 कोच)

  • पिंक लाइन (मजलिस पार्क – मुकुंदपुर – जगतपुर गांव): 15 ट्रेनें (90 कोच)

  • गोल्डन लाइन (इंदिरा गांधी द्वार – बाड़ा हिंदूराव): 13 ट्रेनें (78 कोच)

इन सभी ट्रेनों का निर्माण आंध्र प्रदेश के श्रीसिटी में किया जा रहा है। यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देने वाला है।


🇮🇳 तिरंगा थीम: राष्ट्रभक्ति और नवाचार का संगम

नई ट्रेनें न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत हैं, बल्कि इनका इंटीरियर तिरंगे के रंगों में रंगा गया है:

  • केसरिया रंग: साहस और बलिदान का प्रतीक

  • सफेद रंग: शांति और सच्चाई का प्रतीक

  • हरा रंग: समृद्धि और विकास का संकेत

यह डिज़ाइन ना केवल सौंदर्यशास्त्र बल्कि राष्ट्रप्रेम का भी प्रतीक है, जो यात्रियों को गर्व और भारतीयता की भावना से जोड़ता है।


⚙️ नई ट्रेनों की तकनीकी विशेषताएं

विशेषताविवरण
गतिअधिकतम 95 किमी/घंटा, परिचालन गति 85 किमी/घंटा
उन्नत HVACवातानुकूलन, हीटिंग और वेंटिलेशन प्रणाली
सीसीटीवी निगरानीहाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे यात्रियों की सुरक्षा के लिए
चार्जिंग सुविधाप्रत्येक कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग
कम शोर स्तरपर्यावरण के लिए अनुकूल और ध्वनि प्रदूषण कम
स्मार्ट डिस्प्लेस्टेशन और रूट जानकारी की सुविधा

🧑‍🔧 स्वदेशी निर्माण और आत्मनिर्भर भारत की झलक

इन ट्रेनों में प्रयुक्त अधिकांश उपकरण — जैसे प्रोपल्शन सिस्टम, कंट्रोल यूनिट्स और बोगी स्ट्रक्चर — भारत में ही डिजाइन और निर्मित किए गए हैं। इससे न केवल विदेशी निर्भरता घटेगी, बल्कि रक्षा और रणनीतिक क्षेत्र में तकनीकी आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।


🌱 पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता

नई मेट्रो ट्रेनें ऊर्जा दक्षता और हरित तकनीकों से युक्त हैं। इनमें प्रयुक्त सामग्रियां पर्यावरण-अनुकूल हैं और कार्बन फुटप्रिंट को न्यूनतम करने के उद्देश्य से चयनित की गई हैं।


📍 मेट्रो ट्रायल और लॉन्च की स्थिति

  • मजलिस पार्क से जगतपुर गांव तक मेट्रो ट्रायल पूरा हो चुका है।

  • जनकपुरी पश्चिम – कृष्णा पार्क एक्सटेंशन और दीपाली चौक – मजलिस पार्क कॉरिडोर पर एलिवेटेड स्ट्रक्चर तैयार है।

  • जल्द ही तीनों कॉरिडोर का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

वेब वार्ता समाचार एजेंसी

संपादक: सईद अहमद

पता: 111, First Floor, Pratap Bhawan, BSZ Marg, ITO, New Delhi-110096

फोन नंबर: 8587018587

ईमेल: webvarta@gmail.com

सबसे लोकप्रिय

Recent Comments