नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी के युवाओं और खिलाड़ियों के लिए कई ऐतिहासिक घोषणाएं की हैं, जो भविष्य में दिल्ली को भारत की खेल राजधानी बनाने की नींव रखेंगी। बुधवार को दिल्ली विधानसभा में आयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि अब दिल्ली में खेल और युवा मामलों के लिए एक अलग विभाग बनाया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य खेल प्रतिभाओं को संसाधनों की कमी से निजात दिलाकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तैयार करना है।
🎯 ओलंपिक पदक विजेताओं को देश की सबसे बड़ी इनामी राशि
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार की नई खेल नीति के तहत ओलंपिक पदक विजेताओं को देश की सबसे बड़ी इनामी राशि दी जाएगी।
स्वर्ण पदक विजेता को ₹7 करोड़
रजत पदक विजेता को ₹5 करोड़
कांस्य पदक विजेता को ₹3 करोड़
यह इनामी राशि भारत के किसी भी अन्य राज्य से अधिक है और यह सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
👨🎓 खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी
रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को ग्रेड A, B और C की सरकारी नौकरियों में सीधी नियुक्ति देगी। साथ ही, खिलाड़ियों को उनकी योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर सरकारी तंत्र में शामिल कर उन्हें आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी।
🏟 स्टेडियमों का कायाकल्प और आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र
राजधानी में वर्षों से उपेक्षित पड़े स्टेडियमों का पुनर्निर्माण किया जाएगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों की सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, दिल्ली के प्रत्येक इलाके में खेल प्रशिक्षण केंद्र (Sports Training Centres) स्थापित किए जाएंगे, जहां से बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग, उपकरण और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।
🧠 खेल शिक्षा और चरित्र निर्माण
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ये प्रयास केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह दिल्ली के युवाओं को आत्मनिर्भर, अनुशासित और राष्ट्रभक्त नागरिक बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल है।
उन्होंने कहा, “सरकार ने मंच तैयार कर दिया है, अब युवाओं की बारी है कि वे इस मंच पर सफलता का परचम लहराएं।”
📢 दिल्ली सरकार का विज़न: हर गली से निकलेगा चैंपियन
खेल मंत्री आशीष सूद ने इस अवसर पर कहा, “यह केवल एक नीति नहीं, बल्कि खेल क्रांति की शुरुआत है। दिल्ली के हर गली-कूचे से चैंपियन निकलेंगे।” उन्होंने कहा कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने खेल को लेकर जो विज़न तय किया है, वह आने वाले वर्षों में दिल्ली को भारत की खेल राजधानी बना सकता है।