नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। राजधानी दिल्ली के शाहदरा जिले के मानसरोवर पार्क इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पारिवारिक मूल्यों और मानसिक स्वास्थ्य पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यहां रहने वाली एक अविवाहित युवती अनु ने अपने ही पिता 55 वर्षीय टेक चंद गोयल की तवे से ताबड़तोड़ वार कर निर्मम हत्या कर दी।
यह वारदात बुधवार दोपहर करीब 4 बजे की है। पुलिस के अनुसार, घटना के समय घर में अनु के साथ उसकी मां बाला देवी, भाई की पत्नी प्रिया, और एक मासूम बच्चा मौजूद था। कहासुनी के दौरान अनु ने अचानक गुस्से में आकर किचन से तवा उठाया और अपने पिता पर लगातार प्रहार करने लगी। गंभीर रूप से घायल टेक चंद को तत्काल जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
📍 घटना की पृष्ठभूमि:
घटना की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि झगड़ा दवाई खाने को लेकर हुआ था। इसी बात को लेकर पहले कहासुनी हुई और फिर माहौल इतना बिगड़ गया कि अनु ने अचानक हिंसक रूप अपना लिया। हमले की गवाह बनी बहू प्रिया ने पुलिस को बताया कि अनु की मानसिक स्थिति पहले से ही ठीक नहीं थी और वह अकसर परिवार के अन्य सदस्यों से झगड़ती रहती थी।
पुलिस के अनुसार, अनु ने हमला करते समय वहां मौजूद एक मासूम बच्चे को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जिससे बाला देवी ने तुरंत बच्चे को लेकर घर के नीचे भागकर जान बचाई।
🧠 मानसिक स्थिति पर सवाल:
अनु की मानसिक स्थिति को लेकर अब जांच शुरू हो चुकी है। डीसीपी शाहदरा प्रशांत प्रिय गौतम ने बताया कि युवती को हिरासत में लेकर मेडिकल मूल्यांकन करवाया जा रहा है। परिजनों के अनुसार, अनु कई बार मानसिक असंतुलन का प्रदर्शन कर चुकी है और इलाज की बात को नकारती रही है।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अनु को फिलहाल मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेषज्ञों की निगरानी में रखा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है, जिससे हत्या की प्रकृति और हमला कितनी गंभीरता से किया गया, यह पता चल सकेगा।
🧩 परिवार और समाज में हलचल:
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग और पड़ोसी इस घटना से बेहद स्तब्ध हैं और परिवार की स्थिति को लेकर सहानुभूति जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि अनु अक्सर अजीब व्यवहार करती थी, लेकिन इस तरह का हिंसक कदम उठाएगी, इसका किसी को अंदेशा नहीं था।
🛃 कानूनी प्रक्रिया और सामाजिक संदेश:
यह मामला न केवल एक जघन्य हत्या का है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की भी गूंज है। समाज में कई बार मानसिक बीमारियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिसका परिणाम इतना भयावह हो सकता है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है, जिसमें यह भी देखा जा रहा है कि क्या अनु का इलाज कभी हुआ था या परिवार ने लापरवाही बरती।