नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेस-1 स्थित चिल्ला गाँव में गहरा शोक छाया हुआ है। क्षेत्र के सम्मानित समाजसेवी और पूर्व सरपंच परिवार से जुड़े चौधरी बलराज सिंह गुर्जर का हाल ही में आकस्मिक निधन हो गया। वे स्वर्गीय चौधरी जयचन्द सरपंच के सुपुत्र थे और गाँव में अपनी सामाजिक सेवाओं के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से गाँववासियों और शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
निधन का विवरण
परिजनों के अनुसार, चौधरी बलराज सिंह का निधन 24 अगस्त 2025 को हुआ। वे लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और उनका एक ऑपरेशन होने वाला था। इसके लिए उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, ऑपरेशन से पहले ही उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। इस अप्रत्याशित घटना ने उनके परिवार और समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया।
“चौधरी बलराज सिंह एक समर्पित समाजसेवी थे, जिन्होंने हमेशा गाँव के विकास और लोगों की भलाई के लिए काम किया। उनका जाना हमारे लिए अपूरणीय क्षति है,” एक स्थानीय निवासी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा।
तेहरवीं का आयोजन
परिवार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, चौधरी बलराज सिंह की तेहरवीं का आयोजन गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को चिल्ला गाँव में किया गया। इस अवसर पर सुबह 8 बजे हवन और 10 बजे शोक सभा का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम मकान नंबर 33, सरपंच हाउस, चिल्ला गाँव, मयूर विहार फेस-1, दिल्ली-91 में संपन्न हुआ।
तेहरवीं में गाँववासियों, रिश्तेदारों, मित्रों और शुभचिंतकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने चौधरी बलराज सिंह के सामाजिक योगदान को याद किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
परिवार का आग्रह
चौधरी बलराज सिंह के भाइयों—चौ. हेतराम, चौ. शरदाराम, चौ. प्रताप सिंह, चौ. चमन सिंह, चौ. हाकम सिंह—और उनके पुत्रों—चौ. अमित और चौ. अरुण—ने सभी परिचितों, मित्रों और शुभचिंतकों से आग्रह किया कि वे दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें और शोकाकुल परिवार को सांत्वना प्रदान करें।
परिवार ने एक बयान में कहा:
“हम इस दुख की घड़ी में सभी से प्रार्थना करते हैं कि वे चौधरी बलराज सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। आप सभी का समर्थन और सहानुभूति हमारे लिए बहुत मायने रखती है।”
चिल्ला गाँव में शोक की लहर
चौधरी बलराज सिंह का निधन न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे चिल्ला गाँव और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी क्षति है। वे अपने सामाजिक कार्यों और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे। गाँववासियों ने उनके निधन को एक अपूरणीय हानि बताया और उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया।
स्थानीय निवासी ने कहा:
“चौधरी बलराज सिंह हमारे लिए एक मार्गदर्शक थे। उन्होंने गाँव के विकास और समुदाय की एकता के लिए हमेशा काम किया। उनकी कमी हमेशा खलेगी।”
सामाजिक योगदान
चौधरी बलराज सिंह ने अपने जीवनकाल में चिल्ला गाँव और आसपास के क्षेत्रों में सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। वे पूर्व सरपंच परिवार से होने के कारण गाँव की समस्याओं को समझते थे और हमेशा समुदाय की भलाई के लिए तत्पर रहते थे। उनके निधन ने क्षेत्र में एक शून्य पैदा कर दिया है, जिसे भरना मुश्किल होगा।