ग्रेटर नोएडा, (वेब वार्ता)। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोमार्ट में आयोजित आरोग्य फेस्ट 2025, एल्डरकेयर इंडिया एक्सपो और आयुरयोग एक्सपो का तीन दिवसीय स्वास्थ्य महोत्सव सोमवार को संपन्न हुआ। समापन समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की और भारतीय चिकित्सा पद्धतियों, विशेषकर आयुर्वेद और योग को जीवनशैली में अपनाने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री अठावले ने मंच से कहा, “आयुर्वेद और योग सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि जीवन जीने की संपूर्ण पद्धति हैं। जो आयुर्वेद अपनाएगा, उसे दवा की जरूरत नहीं पड़ेगी। मेडिटेशन हमारी ढाई हजार साल पुरानी विरासत है।” उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत एल्डर केयर को प्राथमिकता देने की बात कही।
स्वास्थ्य के साथ तकनीक का संगम
इस मेगा एक्सपो में देश-विदेश के हेल्थ प्रोफेशनल्स, नीति निर्माता, टेक्नोलॉजिस्ट, इनोवेटर्स और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में डिजिटल हेल्थ, रिहैबिलिटेशन, स्मार्ट एल्डर लिविंग, और मेंटल वेलनेस के अत्याधुनिक समाधान प्रदर्शित किए गए।
राजनीतिक बयान भी रहे चर्चा में
राहुल गांधी के “इंडियन इकॉनमी इस डेड इकॉनमी” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रामदास अठावले ने कहा,
“इंडियन इकॉनमी डेड नहीं है, बल्कि जो ऐसा कह रहा है, उसका हेड डेड हो गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है और वैश्विक मंचों पर अपनी जगह मजबूत कर रहा है।
शिबू सोरेन के निधन पर शोक
कार्यक्रम के दौरान अठावले ने झारखंड के वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन के निधन पर शोक जताया और कहा,
“मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने आदिवासी समाज और झारखंड राज्य के लिए असाधारण योगदान दिया है।”
धर्म और आपसी सम्मान पर विचार
शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के “सनातन कोई धर्म नहीं है” वाले बयान पर अठावले ने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“बाबा साहेब अंबेडकर ने कभी किसी धर्म का अपमान नहीं किया। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।”