चेन्नई, (वेब वार्ता)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अपनी आठ दिवसीय जर्मनी यात्रा पर हैं। डसेलडॉर्फ पहुंचने पर प्रवासी तमिल समुदाय ने उनका भव्य स्वागत किया। शनिवार, 30 अगस्त से शुरू हुई इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य तमिलनाडु में नए औद्योगिक निवेश आकर्षित करना और अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक साझेदारियां स्थापित करना है। इस दौरान स्टालिन जर्मनी और यूके में उद्योगपतियों, प्रवासी तमिल समुदाय और विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों से जुड़ी बैठकों में हिस्सा लेंगे।
प्रवासी तमिलों का भव्य स्वागत
मुख्यमंत्री स्टालिन का डसेलडॉर्फ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर सैकड़ों प्रवासी तमिलों ने फूल, बैनर और गुब्बारों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। इस स्वागत को तमिलनाडु के वैश्विक सांस्कृतिक प्रभाव और स्टालिन के अंतरराष्ट्रीय कद का प्रतीक माना जा रहा है। स्टालिन ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा:
“हैलो #जर्मनी! मेरे तमिल परिवार ने यहां गर्मजोशी और प्यार से मेरा स्वागत किया। मैं तमिलनाडु की ताकत को प्रदर्शित करने और निवेश आकर्षित करने आया हूं, जो हमारे राज्य के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करेगा।”
यात्रा का उद्देश्य: निवेश और साझेदारियां
मुख्यमंत्री शनिवार सुबह 8:25 बजे चेन्नई हवाई अड्डे से अपनी पत्नी दुर्गा स्टालिन और उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा के साथ रवाना हुए। उन्हें मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, मुख्य सचिव शिव दास मीणा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने विदाई दी। यात्रा से पहले स्टालिन ने संवाददाताओं को बताया:
“2021 में डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद से, हमने 922 समझौता ज्ञापनों (MoUs) के माध्यम से 10.62 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है, जिससे 32.81 लाख लोगों को रोजगार मिला। कई परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं, और कई कंपनियों ने उत्पादन शुरू कर दिया है।”
इस यात्रा का लक्ष्य तमिलनाडु को 1 ट्रिलियन डॉलर (₹88 लाख करोड़) की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना है। स्टालिन ने बताया कि उनकी पिछली विदेश यात्राओं (दुबई, सिंगापुर, जापान, स्पेन, और अमेरिका) ने 18,498 करोड़ रुपये के निवेश और 30,037 नौकरियां पैदा कीं।
जर्मनी में प्रमुख कार्यक्रम
31 अगस्त: स्टालिन डसेलडॉर्फ में एक बड़े प्रवासी तमिल आयोजन की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें यूरोप भर के तमिल संगठनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वे कई तमिल संगमों को तमिल पहचान और तमिलनाडु को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित करेंगे।
1 सितंबर: डसेलडॉर्फ में एक उच्च स्तरीय निवेश सम्मेलन का नेतृत्व करेंगे, जहां वैश्विक निवेशकों और औद्योगिक नेताओं के साथ चर्चा होगी। कई निवेश घोषणाएं और MoUs पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इसके अलावा, स्टालिन नॉर्थ राइन-वेस्टफालिया के मंत्री-प्रीमियर हेंड्रिक वुस्त से मुलाकात करेंगे, ताकि भारत और जर्मनी के सबसे औद्योगिक राज्यों के बीच सहयोग को मजबूत किया जा सके।
यूके में कार्यक्रम
जर्मनी के बाद, स्टालिन 1 सितंबर को लंदन रवाना होंगे। वहां उनका कार्यक्रम इस प्रकार है:
2 सितंबर: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में उद्यमियों के साथ निवेश अवसरों पर चर्चा।
3 सितंबर: लंदन में व्यावसायिक बैठकें।
4 सितंबर: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्वाभिमान आंदोलन (पेरियार के नेतृत्व वाला सुधार आंदोलन) की शताब्दी संगोष्ठी में भाग लेंगे और पेरियार की तस्वीर का अनावरण करेंगे।
6 सितंबर: लंदन में प्रवासी तमिल कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
मुख्यमंत्री 8 सितंबर को चेन्नई लौटेंगे।
तमिलनाडु की आर्थिक प्रगति
स्टालिन ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा कि 2024-25 में तमिलनाडु ने 11.19% की विकास दर हासिल की है, जो पिछले 14 वर्षों में सबसे अधिक है। यह दर इस साल के बजट अनुमान से 2.2% अधिक है। उन्होंने कहा:
“केंद्र सरकार के आंकड़े साबित करते हैं कि तमिलनाडु तेजी से विकास के पथ पर है। हमारी नीतियों ने राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जनन दिया है।”
Hallo #Deutschland! 🇩🇪
Embraced by the affection of my Tamil family here, I step forward with pride to showcase Tamil Nadu’s strengths, attract investments, and forge partnerships for a brighter future.@TRBRajaa @eoiberlin #CMStalinInEurope pic.twitter.com/cyNMcannRB
— M.K.Stalin (@mkstalin) August 31, 2025