तेल अवीव, (वेब वार्ता)। मेजर जनरल (रेस.) इयाल जमीर को इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) के अगले चीफ ऑफ स्टाफ होंगे। इजरायली कैबिनेट ने रविवार को आधिकारिक रूप से उनके पक्ष में मतदान किया।
रक्षा मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक जमीर, निवर्तमान आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी की जगह लेंगे।
हलेवी ने 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले को रोकने में सेना की नाकामी पर अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।
जमीर 5 मार्च को शाम 4 बजे एक हैंडओवर समारोह के बाद आधिकारिक तौर पर 24वें आईडीएफ कमांडर बन जाएंगे।
इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने जमीर को चुना था। पिछले हफ्ते, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व अध्यक्ष अशर ग्रुनिस की अध्यक्षता वाली वरिष्ठ नियुक्ति सलाहकार समिति ने उन्हें अगले चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में मंजूरी दी।
कैट्ज ने शुक्रवार को जमीर के डिप्टी के पद के लिए भूतपूर्व ग्राउंड फोर्स प्रमुख मेजर जनरल तामीर यादई को चुना।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट की बैठक में बोलते हुएकहा कि उन्हें उम्मीद है कि ज़मीर के कार्यकाल के दौरान, इज़राइल को बड़ी उपलब्धियां हासिल होंगी।
नेतन्याहू ने कहा, “जब वह मेरे सैन्य सचिव थे, तब भी मैं उनकी देश और आईडीएफ के प्रति प्रतिबद्धता और इस तथ्य से प्रभावित था कि उनका नजरिया आक्रामक है।”
इजराइल के सबसे दक्षिणी शहर ईलाट में जन्मे जमीर इजराइल के इतिहास में पहले सैन्य प्रमुख होंगे जिन्होंने आर्मर्ड कोर में अपनी सेवा शुरू की है।
जमीर 1984 में सेना में शामिल हुए। टैंक अधिकारी का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, वे रैंक में ऊपर उठे और 2003 में 7वीं आर्मर्ड ब्रिगेड और 2009 में 36वीं आर्मर्ड डिवीजन की कमान संभाली।
2012 से 2015 के बीच, वे नेतन्याहू के सैन्य सचिव थे। इसके बाद उन्हें आईडीएफ दक्षिणी कमान का कमांडर नियुक्त किया गया। 2018 और 2021 के बीच, उन्होंने डिप्टी आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्य किया। वह इसके बाद वाशिंगटन इंस्टीट्यूट थिंक टैंक में विजिटिंग रिसर्च फेलो बनने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।
2023 में, उन्हें रक्षा मंत्रालय का महानिदेशक नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने इस महीने की शुरुआत तक सेवा की।