नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजा बयान से एप्पल iPhone यूजर्स को बड़ा झटका लग सकता है। ट्रंप ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर एप्पल भारत जैसे देशों में iPhone बनाकर अमेरिका में बेचती है, तो इन फोन पर 25 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाया जाएगा। उनके मुताबिक, अमेरिका में बिकने वाले आईफोन को अब अमेरिका में ही बनाना होगा, अन्यथा भारी टैक्स देना होगा।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक को पहले ही इस विषय में आगाह कर दिया है। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया साइट Truth Social पर लिखा, “अब चीन या भारत जैसे देशों में बना iPhone अमेरिका में नहीं चलेगा।”
🇮🇳 भारत में तेज़ी से बढ़ा iPhone का निर्माण और निर्यात
एप्पल ने हाल के वर्षों में भारत में “मेक इन इंडिया” के तहत प्रोडक्शन को तेज़ी से बढ़ाया है। फॉक्सकॉन, पेगाट्रोन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी कर भारत में iPhone निर्माण का दायरा बढ़ाया गया है। 2025 की दूसरी तिमाही में भारत से हुए कुल स्मार्टफोन निर्यात में 44% हिस्सा एप्पल का रहा, जिससे भारत एप्पल के लिए एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन गया है।
अगर ट्रंप की यह नीति वास्तव में लागू होती है, तो एप्पल के पास दो ही विकल्प बचेंगे:
अमेरिका में उत्पादन करना, जो अत्यधिक महंगा है।
भारत में बने फोन पर 25% टैरिफ देना।
दोनों ही विकल्पों में उत्पादन लागत में भारी वृद्धि होगी और इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा।
📈 आईफोन की कीमत में ₹16,000 से ₹25,000 तक बढ़ोतरी संभव
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका में आयात किए गए iPhone पर 25% टैरिफ लगाया गया, तो आईफोन की कीमतों में ₹16,000 से ₹25,000 तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यानी अगर आप अभी iPhone 15 Pro ₹1,35,000 में खरीद रहे हैं, तो नई कीमत ₹1,60,000 तक जा सकती है।
इससे एप्पल यूजर्स, खासतौर पर युवा और प्रोफेशनल्स, को बड़ा झटका लग सकता है जो हर साल नए मॉडल का इंतज़ार करते हैं।
🌍 ट्रंप का यह रुख वैश्विक व्यापार पर क्या असर डालेगा?
ट्रंप पहले भी प्रोटेक्शनिस्ट (स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने वाली) नीतियों के लिए जाने जाते रहे हैं। उनका यह बयान भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकता है। एप्पल जैसे वैश्विक ब्रांडों के लिए भारत एक रणनीतिक उत्पादन केंद्र बन चुका है और इस तरह की नीतियाँ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को झटका दे सकती हैं।
विश्लेषकों के मुताबिक, यदि ट्रंप 2024 के चुनावों में फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो उनकी व्यापार नीतियाँ टेक इंडस्ट्री और खासकर मोबाइल सेक्टर पर बड़ा असर डाल सकती हैं।