वाशिंगटन, (वेब वार्ता)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अपने कार्यकाल की पहली इफ्तार पार्टी की मेजबानी की, लेकिन यह आयोजन विवादों में घिर गया है। अमेरिकी मुस्लिम समुदाय इस इफ्तार पार्टी से नाखुश नजर आए हैं, क्योंकि इस बार मुस्लिम सांसदों और समुदाय से जुड़े नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया।
इफ्तार पार्टी के अवसर पर ट्रंप ने कहा, मैं आप सभी का व्हाइट हाउस के इफ्तार डिनर में स्वागत करता हूं। रमजान इस्लाम का पवित्र महीना है और हम इस अवसर का सम्मान करते हैं। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में उनके समर्थन के लिए आभार भी जताया। यह अलग बाात है कि व्हाइट हाउस की इस इफ्तार पार्टी में अमेरिकी मुस्लिम संगठनों, सांसदों और समुदायिक नेताओं को निमंत्रण नहीं भेजा गया। इसके बजाय, मुस्लिम देशों के विदेशी राजदूतों को आमंत्रित किया गया। इस फैसले की आलोचना करते हुए कई मुस्लिम सिविल राइट्स संगठनों ने नॉट ट्रंप इफ्तार के नाम से विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ट्रंप एक तरफ मुस्लिम बैन लगाते हैं और दूसरी तरफ इफ्तार पार्टी रखते हैं – यह पाखंड है।
बिल क्लिंटन ने शुरु की थी इफ्तार पार्टी
गौरतलब है कि व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर की परंपरा 1996 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने शुरू की थी, जिसे जॉर्ज बुश और बराक ओबामा ने भी जारी रखा। 2017 में ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान इस परंपरा को रद्द कर दिया था, और अब इस बार आयोजित इफ्तार पार्टी ने विवादों को जन्म दे दिया है।
President Trump hosts Iftar Dinner.
‘We’re keeping our promises to the Muslim community. My administration is engaged in relentless diplomacy to forge lasting peace in the Middle East, building on the historic Abraham Accords… While I’m president, I will be there for you.’ pic.twitter.com/ZIf4n2xDfP
— The White House (@WhiteHouse) March 28, 2025