न्यूयॉर्क/बैंकॉक/नोम पेन्ह, (वेब वार्ता)। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तेज होते सीमा संघर्ष पर अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय सक्रिय हो गया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से तत्काल युद्धविराम की अपील करते हुए कहा है कि सभी मुद्दों का समाधान बातचीत और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए।
गुटेरेस की शांति अपील
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किए गए एक संदेश में गुटेरेस ने कहा –
“मैं कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर हाल ही में हुई सशस्त्र झड़पों से बहुत चिंतित हूं। मैं दोनों पक्षों से तुरंत युद्धविराम पर सहमत होने और बातचीत के जरिए किसी भी मुद्दे का समाधान करने का आग्रह करता हूं। मैं विवाद के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में प्रयासों में सहायता के लिए उपलब्ध हूं।”
संघर्ष की पृष्ठभूमि
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक सदी पुराना क्षेत्रीय विवाद एक बार फिर भड़क उठा है, जिसकी जड़ें औपनिवेशिक फ्रांसीसी सीमांकन में हैं। हालिया संघर्ष में अब तक 12 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 1.5 लाख से ज्यादा नागरिक विस्थापित हो चुके हैं।
ट्रंप की हस्तक्षेप पहल
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर दावा किया कि उन्होंने कंबोडियाई प्रधानमंत्री और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से बात की है और दोनों ने सैद्धांतिक रूप से युद्धविराम पर सहमति जताई है।
ट्रंप ने लिखा –
“दोनों देश तुरंत मिलने और युद्धविराम एवं अंततः शांति स्थापित करने पर सहमत हुए हैं। मैं उनके साथ व्यापारिक समझौतों को अंतिम रूप देने को उत्सुक हूं।”
थाईलैंड की प्रतिक्रिया
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचा ने ट्रंप की पहल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा –
“थाईलैंड सिद्धांत रूप में युद्धविराम के लिए तैयार है, लेकिन हमें कंबोडिया की ओर से ईमानदार प्रयास देखने होंगे।”
वेचायाचा ने यह भी बताया कि थाईलैंड युद्धविराम और स्थायी समाधान के लिए द्विपक्षीय वार्ता के लिए तत्पर है और उन्होंने ट्रंप से कंबोडियाई नेतृत्व को यह संदेश देने का आग्रह भी किया।
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी प्रयासों के बावजूद थाईलैंड-कंबोडिया के बीच सैन्य तनाव अभी बरकरार है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक वार्ता कब और किस स्तर पर शुरू होती है, जिससे साउथईस्ट एशिया में शांति बहाल हो सके।