नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष राजनयिक मार्को रुबियो रविवार को इजरायल पहुंचे, जहां पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ रहा है। यह तनाव इजरायल द्वारा कतर में हमास नेताओं पर किए गए हवाई हमले और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बस्तियों के विस्तार के कारण उत्पन्न हुआ है। रुबियो का यह दौरा गाजा युद्ध, वेस्ट बैंक बस्तियों, और बंधक वार्ता पर केंद्रित रहेगा।
इजरायल में स्वागत और दौरा
मार्को रुबियो अपनी पत्नी जेनेट डाउसडेब्स के साथ बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, जहां उनका स्वागत अमेरिकी राजदूत माइक हकबी ने किया। इस दौरे के दौरान रुबियो इजरायली नेतृत्व के साथ उच्च-स्तरीय चर्चा करेंगे, जिसमें गाजा में चल रहे युद्ध, क्षेत्रीय घटनाक्रम, और इस महीने के अंत में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में यूरोपीय देशों द्वारा फिलिस्तीनी राज्य की मान्यता की बढ़ती संभावना जैसे मुद्दे शामिल हैं।
कतर हमले पर तनाव
मंगलवार को इजरायल द्वारा कतर की राजधानी दोहा में हमास के वरिष्ठ नेताओं पर किए गए अभूतपूर्व हवाई हमले ने व्यापक राजनयिक विवाद को जन्म दिया है। इस हमले ने कतर द्वारा मध्यस्थता वाली गाजा युद्ध में युद्धविराम और बंधक रिहाई की वार्ता को पटरी से उतार दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की तीखी आलोचना की और इसे अमेरिका और इजरायल के हितों के लिए नुकसानदायक बताया।
रुबियो ने अपने प्रस्थान से पहले पत्रकारों से कहा, “हम इस हमले से खुश नहीं हैं। राष्ट्रपति ट्रंप भी इससे नाखुश हैं। हालांकि, अमेरिका-इजरायल संबंध मजबूत बने रहेंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायल में उनकी चर्चा का मुख्य फोकस 48 बंधकों की रिहाई, हमास का खात्मा, और गाजा युद्ध को समाप्त करना होगा।
गाजा युद्ध और बंधक वार्ता
इजरायल और हमास के बीच लगभग दो साल से चल रहे युद्ध ने गाजा में भारी तबाही मचाई है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इस युद्ध में 64,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, और भुखमरी का संकट गहरा गया है। युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 251 लोग बंधक बनाए गए। वर्तमान में, 48 बंधक अभी भी हमास की कैद में हैं, जिनमें से इजरायल के अनुसार केवल 20 जीवित हैं।
रुबियो ने कहा कि वह इजरायली नेताओं के साथ इन बंधकों की रिहाई और युद्ध को समाप्त करने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, वह गाजा के पुनर्निर्माण और हमास जैसे संगठनों को फिर से उभरने से रोकने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
वेस्ट बैंक में बस्तियां और फिलिस्तीनी राज्य की मान्यता
इजरायल द्वारा वेस्ट बैंक में बस्तियों के विस्तार ने भी क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाया है। गुरुवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो वेस्ट बैंक में बस्तियों के विस्तार को बढ़ावा देगा। यह कदम फिलिस्तीनियों के लिए प्रस्तावित राज्य की भूमि को प्रभावित करता है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध माना जाता है।
इस बीच, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश संयुक्त राष्ट्र महासभा में फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं। रुबियो और ट्रंप प्रशासन ने इस कदम का विरोध किया है, उनका कहना है कि यह हमास को मजबूत करेगा और इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डालेगा। रुबियो ने संकेत दिया कि यह कदम इजरायल के कट्टरपंथी नेताओं को वेस्ट बैंक के विलय की दिशा में और प्रेरित कर सकता है।
रुबियो का अगला पड़ाव: यूनाइटेड किंगडम
इजरायल में अपनी बैठकों के बाद, रुबियो राष्ट्रपति ट्रंप के साथ यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर शामिल होंगे। वहां वह नई यूके विदेश सचिव यवेट कूपर के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध, ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम, और गाजा में युद्धविराम जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इजरायल-अमेरिका संबंध: मजबूती की पुष्टि
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रुबियो के साथ यरुशलम में वेस्टर्न वॉल के दौरे के दौरान कहा, “अमेरिका और इजरायल का गठबंधन पहले से कहीं अधिक मजबूत है। यह गठबंधन वेस्टर्न वॉल के पत्थरों की तरह अटूट है।” रुबियो ने भी इस बात पर जोर दिया कि कतर हमले के बावजूद अमेरिका-इजरायल संबंधों में कोई बदलाव नहीं आएगा।
निष्कर्ष: क्षेत्रीय शांति की चुनौतियां
मार्को रुबियो का यह दौरा पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच महत्वपूर्ण है। कतर हमले और वेस्ट बैंक बस्तियों के विस्तार ने क्षेत्रीय स्थिरता और बंधक वार्ता को जटिल बना दिया है। रुबियो की इजरायली नेताओं के साथ चर्चा से यह स्पष्ट होगा कि क्या गाजा युद्ध को समाप्त करने और बंधकों की रिहाई के लिए कोई ठोस रास्ता निकल सकता है।




