लंदन, 10 अगस्त (वेब वार्ता) — ब्रिटेन की राजधानी लंदन में शनिवार को पार्लियामेंट स्क्वायर पर फिलिस्तीन समर्थकों ने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई और एक प्रमुख ‘फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप’ पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ था। इस दौरान मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 466 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया, जिसे लंदन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी सामूहिक गिरफ्तारी बताया जा रहा है।
सबसे बड़ी गिरफ्तारी का रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, यह ब्रिटिश राजधानी में किसी एक प्रदर्शन के दौरान अब तक की सबसे अधिक गिरफ्तारियों का मामला है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी सरकार द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास है।
विरोध के नारे और संदेश
सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी ‘मैं नरसंहार का विरोध करता हूं’ और ‘मैं फिलिस्तीन एक्शन का समर्थन करता हूं’ लिखी तख्तियां लिए हुए थे। कई लोग ‘हैंड्स ऑफ गाजा’ और ‘शर्म करो’ जैसे नारे लगाते नजर आए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहे वीडियो में आंदोलनकारियों को जमीन पर बैठकर विरोध करते और पुलिस द्वारा ले जाते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस का बयान
मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जानकारी देते हुए बताया कि रात 9 बजे तक 466 प्रदर्शनकारियों को ‘फिलिस्तीन एक्शन का समर्थन’ करने के आरोप में हिरासत में लिया गया। इसके अलावा आठ अन्य गिरफ्तारियां भी हुईं, जिनमें से पांच मामले पुलिस अधिकारियों पर हमले के हैं।
पृष्ठभूमि
‘फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप’ ब्रिटेन में उन संगठनों में से है जो इजरायल के सैन्य अभियान के खिलाफ सक्रिय रूप से प्रदर्शन करते रहे हैं। हाल ही में इस ग्रुप पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के बाद से समर्थकों में नाराजगी बढ़ी है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
हालांकि इस प्रदर्शन को लेकर ब्रिटिश सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कई मानवाधिकार संगठनों ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला करार दिया है। वहीं, सोशल मीडिया पर लोग गिरफ्तारी को ‘अत्यधिक कठोर’ और ‘लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन’ बता रहे हैं।