टोक्यो, (वेब वार्ता)। जापान की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आया है, जब प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह घोषणा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) की आंतरिक कलह और आर्थिक चुनौतियों के बीच आई है, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इशिबा, जो 2024 में सत्ता में आए थे, ने अपने इस्तीफे में पार्टी की एकता और देश की स्थिरता का हवाला दिया। अब सवाल यह उठ रहा है कि इशिबा की कुर्सी पर अगला कौन बैठेगा? क्या सनाए ताकाइची या शिंजिरो कोइजुमी जैसे नेता कमान संभालेंगे, या कोई नया चेहरा उभरेगा?
इस्तीफे की पृष्ठभूमि: आंतरिक कलह और आर्थिक दबाव
शिगेरु इशिबा का इस्तीफा ऐसे समय आया है, जब जापान आर्थिक मंदी, जनसंख्या संकट और क्षेत्रीय तनावों से जूझ रहा है। LDP में उनके नेतृत्व को लेकर असंतोष बढ़ रहा था, खासकर युवा नेताओं और पार्टी के पुराने धड़े के बीच। इशिबा ने अपने इस्तीफे की घोषणा में कहा:
“पार्टी की एकता और देश के हित में मैं अपना पद छोड़ रहा हूं। जापान को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है, जो चुनौतियों का सामना कर सके।”
इशिबा के कार्यकाल में जापान ने येन की कमजोरी और व्यापार युद्धों से निपटने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी पार्टियों ने उनकी नीतियों को अपर्याप्त बताया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह इस्तीफा LDP में नेतृत्व परिवर्तन की शुरुआत हो सकता है, जो 2025 के आम चुनावों को प्रभावित करेगा।
अगला प्रधानमंत्री कौन? संभावित उम्मीदवार
इशिबा के इस्तीफे के बाद LDP में नेतृत्व चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पार्टी के नियमों के अनुसार, नए नेता का चयन जल्द किया जाएगा। कुछ प्रमुख नाम जो चर्चा में हैं:
- सनाए ताकाइची: LDP की दक्षिणपंथी नेता, जो आर्थिक सुधारों और रक्षा नीतियों पर जोर देती हैं। वे पूर्व PM शिंजो आबे की करीबी मानी जाती हैं।
- शिंजिरो कोइजुमी: पूर्व PM जुनिचिरो कोइजुमी के पुत्र, युवा चेहरा जो पर्यावरण और डिजिटल सुधारों पर फोकस करते हैं। उनकी लोकप्रियता युवाओं में अधिक है।
- अन्य संभावित: टोशिमित्सु मोतेगी (विदेश मंत्री) या तारो कोनो (डिजिटल मंत्री) भी दौड़ में शामिल हो सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि नया नेता जापान की चीन के साथ तनाव, अमेरिका संबंध, और आर्थिक पुनरुद्धार पर फोकस करेगा।
राजनीतिक प्रभाव: LDP की एकता पर सवाल
यह इस्तीफा LDP के लिए एक बड़ा झटका है, जो दशकों से जापान की सत्ता पर काबिज है। विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी (CDP) ने इसे सरकार की विफलता बताया और जल्द चुनाव की मांग की। CDP नेता केंटा इजुमी ने कहा:
“इशिबा का इस्तीफा LDP की आंतरिक अस्थिरता को दर्शाता है। जापान को स्थिर सरकार की जरूरत है।”
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, यह घटना एशिया की राजनीति को प्रभावित कर सकती है, खासकर उत्तर कोरिया और ताइवान मुद्दों पर।
जापान की अर्थव्यवस्था और भविष्य
इशिबा के कार्यकाल में जापान ने COVID-19 रिकवरी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर फोकस किया, लेकिन मुद्रास्फीति और बूढ़ी होती आबादी चुनौतियां बनी रहीं। नया नेता इन मुद्दों पर नीतियां बनाएगा, जो वैश्विक बाजारों को प्रभावित कर सकता है।
यह घटना जापान की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू कर सकती है, जहां युवा नेतृत्व और सुधारों पर जोर दिया जाएगा।
本日、自由民主党総裁の職を辞することといたしました。 pic.twitter.com/eu87u3ovsz
— 石破茂 (@shigeruishiba) September 7, 2025