तेल अवीव, (वेब वार्ता)। इजराइल ने रविवार को गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं और रसद का प्रवेश रोक दिया तथा चेतावनी दी कि यदि हमास संघर्ष विराम को बढ़ाने संबंधी नए प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है तो उसे ‘‘अतिरिक्त परिणाम’’ भुगतने होंगे।
हमास ने इजराइल पर संघर्ष विराम समझौते को पटरी से उतारने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सहायता पर रोक संबंधी उसका फैसला ‘‘जबरन वसूली, युद्ध अपराध और समझौते (संघर्ष विराम) पर हमला है।’’ यह समझौता जनवरी में हुआ था।
इजराइल-हमास के बीच संघर्ष विराम का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। इसमें मानवीय सहायता में वृद्धि शामिल थी। दोनों पक्षों के बीच अभी दूसरे चरण पर बातचीत होनी बाकी है, जिसमें इजराइल अपनी सेना वापस बुलाएगा और स्थायी संघर्ष विराम करेगा बदले में हमास कई शेष बंधकों को रिहा करेगा।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि मौजूदा समझौतों के तहत इजराइल पहले चरण के बाद लड़ाई फिर से शुरू कर सकता है, अगर उसे लगता है कि वार्ता अप्रभावी रही। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम तभी जारी रहेगा जब हमास बंधकों को रिहा करना जारी रखेगा।
उन्होंने कहा कि इजराइल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के साथ ‘‘पूर्ण समन्वय’’ में है।
एक इजराइली अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि सहायता निलंबित करने का निर्णय ट्रंप प्रशासन के समन्वय से लिया गया है।
इजराइल सरकार ने रविवार को कहा कि वह गाजा में संघर्ष विराम के प्रथम चरण को रमजान और यहूदी पर्व ‘पासओवर’ तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करती है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार सुबह कहा कि इजराइल ‘पासओवर’ या 20 अप्रैल तक संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने के पक्ष में है। इसने कहा कि यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के पश्चिम एशिया के दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है।
नेतन्याहू के कार्यालय के मुताबिक, प्रस्ताव के तहत आधे बंधकों को, चाहे वे जीवित हों या मृत, पहले दिन छोड़ा जाएगा और अगर स्थायी संघर्षविराम पर सहमति बन जाती है तो बाकी को रिहा कर दिया जाएगा।
इजराइल द्वारा घोषित प्रस्ताव या सहायता बंद करने के उसके निर्णय पर अमेरिका की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
हमास ने कहा कि इजराइल द्वारा सहायता पर रोक लगाना समझौते का एक और उल्लंघन है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत जारी है तथा राहत सामग्री की आपूर्ति और सहायता जारी रहनी चाहिए।
इस बीच विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि इजराइल संघर्ष विराम के अगले चरण पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन वह वार्ता के दौरान अधिक बंधकों को रिहा करने पर जोर दे रहा है।
उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमने (चरण एक के तहत) अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को अंतिम दिन तक पूरा किया, जो कल तक थी। हमारा रुख यह है कि बातचीत के दौरान बंधकों को रिहा किया जाना चाहिए।”
हमास ने चेतावनी दी कि संघर्ष विराम समझौते में देरी या उसे रद्द करने के किसी भी प्रयास से बंधकों के लिए “मानवीय परिणाम” होंगे। उसने दोहराया कि उन्हें रिहा कराने का एकमात्र तरीका मौजूदा समझौते को लागू करना है, जिसमें शेष बंधकों को मुक्त करने के लिए समयसीमा निर्दिष्ट नहीं की गई है।
हमास ने कहा है कि वह दूसरे चरण में शेष सभी बंधकों को एक साथ रिहा करने को तैयार है, लेकिन इसके बदले में वह अधिक फलस्तीनी कैदियों की रिहाई, स्थायी संघर्षविराम तथा इजराइली सेना की वापसी चाहता है।
मिस्र के एक अधिकारी ने कहा कि हमास और मिस्र युद्ध को समाप्त किए बिना शेष बंधकों को रिहा के उद्देश्य से एक नए प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे। अधिकारी ने कहा कि समझौते में दोनों पक्षों से फरवरी की शुरुआत में दूसरे चरण पर बातचीत शुरू करने के लिए कहा गया था।
अधिकारी ने कहा कि मध्यस्थ विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
संघर्ष विराम के पहले, छह सप्ताह के चरण के तहत हमास ने इजराइल द्वारा कैद किए गए लगभग 2,000 फलस्तीनी लोगों की रिहाई के बदले में 25 इजराइली बंधकों को रिहा किया।
हमास ने कहा कि इजराइल द्वारा सहायता पर रोक लगाना एक और उल्लंघन है तथा कहा कि संघर्ष विराम और सहायता आपूर्ति को चरण दो की वार्ता के दौरान जारी रहना चाहिए था।