नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। मध्य पूर्व में जारी संघर्ष के बीच इज़रायल ने एक बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें हूती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी की मौत हो गई। हूती सुप्रीम पॉलिटिकल काउंसिल ने उनकी मौत की आधिकारिक पुष्टि की है।
📌 वरिष्ठ मंत्रियों की भी मौत
खबरों के अनुसार, इस हमले में रहावी के साथ उनकी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी मारे गए, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
📢 इज़रायल का बयान
इज़रायल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह हवाई हमला ईरान समर्थित समूहों के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाकर किया गया था। बयान के मुताबिक, इस ऑपरेशन का उद्देश्य समूह के चीफ़ ऑफ स्टाफ, रक्षा मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को खत्म करना था।
🏛 रहावी का कार्यकाल
अहमद अल-रहावी ने करीब एक साल पहले हूती नियंत्रित प्रशासन में प्रधानमंत्री पद संभाला था। हालांकि, माना जाता है कि वास्तविक शक्ति उनके डिप्टी मोहम्मद मोफ़्ताह के पास थी। शनिवार को उन्हें प्रधानमंत्री के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए नियुक्त कर दिया गया है।
🌍 क्षेत्रीय असर
विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले से यमन और मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है। इससे पहले भी इज़रायल और हूती गुटों के बीच कई टकराव हो चुके हैं। रहावी की मौत को इज़रायल की सबसे बड़ी सैन्य सफलता में से एक माना जा रहा है।