अंकारा, (वेब वार्ता)। तुर्की पुलिस ने इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में शामिल कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें बड़े पैमाने पर शारीरिक दुर्व्यवहार, यौन उत्पीड़न और अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन के कट्टर प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति चुनाव के संभावित दावेदार इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद बड़े पैमाने पर देशभर में प्रदर्शन हुए। तुर्की सुरक्षा बलों ने अब तक कई पत्रकारों सहित 1800 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
बंदियों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने जेलों में उनके साथ हो रहे कथित भयानक दुर्व्यवहार का खुलासा किया।
विस्तृत साक्ष्यों और कानूनी दस्तावेजों की एक श्रृंखला से इस्तांबुल के साराचाने में हिरासत में ली गई एक युवती की ओर से लगाए गए सबसे गंभीर आरोप का खुलासा हुआ।
एक आधिकारिक बयान में युवती ने कहा कि एक पुरुष अधिकारी ने उसके बाल खींचे, उसे जमीन पर घसीटा, उसके साथ छेड़छाड़ की और डर के मारे उसने पेशाब कर दिया।
रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) के सांसद सेजगिन तानरिकुलु ने पुष्टि की कि पूछताछ के रिकॉर्ड में विवरण दर्ज किया गया और शांति दंड न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
तानरिकुलु ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “मेरे पास पुलिस का बयान और पूछताछ का रिकॉर्ड है। एक युवा छात्रा ने स्पष्ट रूप से बताया कि कैसे उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया और न्यायपालिका चुप रही।”
इस्तांबुल बार एसोसिएशन की ओर से इक्ट्ठा किए गए अतिरिक्त विवरण एक व्यापक पैटर्न को प्रकट करते हैं। अटॉर्नी हलील एनेस कावाक ने तुर्की पुलिस की क्रूरता का विस्तृत विवरण दिया।
तुर्की के अखबार सोज़्कू से बात करते हुए कावाक ने कहा, “सरचैन में हिरासत में लिए गए कोई भी युवक ऐसा नहीं जिसके शरीर पर हिंसा के निशाना न हो। कई लोगों को घसीटा गया, लात मारी गई, मुक्का मारा गया और हेलमेट से मारा गया। कुछ तो विरोध प्रदर्शन का हिस्सा भी नहीं थे – वे भाग नहीं रहे थे, न ही विरोध कर रहे थे। ये मनमाने ढंग से किए गए हमले थे।”
कावाक ने कहा कि हिरासत कक्ष ‘अत्यधिक भीड़भाड़ वाले और वायुहीन’ थे, कुछ बंदियों को 7वीं भूमिगत मंजिल पर रखा गया था, जबकि वे अभी भी मिर्च स्प्रे में भीगे हुए थे। उन्होंने कहा, “उन्हें चार दिनों तक बिना उचित वेंटिलेशन के दम घुटने वाली परिस्थितियों में रखा गया।”
तुर्की की स्थानीय मीडिया के अनुसार, महिला बंदियों पर यौन और शारीरिक हिंसा की निंदा करते हुए पीपुल्स इक्वालिटी एंड डेमोक्रेसी पार्टी (डीईएम पार्टी) की महिला सभा ने इसे ‘राज्य की पुरुष-प्रधान, लैंगिकवादी और सत्तावादी नीतियों का प्रतिबिंब’ बताया।
इस बीच, जेल में बंद मेयर इमामोग्लू का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मेहमत पहलिवान को न्यायिक निगरानी में रिहा कर दिया गया, जिन्हें गुरुवार देर रात हिरासत में लिया गया था।
Turkish protesters take over Whitehall in protest against Erdoğan in Turkey today on 29th March 2025.
There was a presence of the Pokemon ‘Pikachu’, which has become the symbol of the Anti-Erdogan protests in Turkey #Turkey #Pikachu pic.twitter.com/wk2aUZO4R3
— Actual Coverage (@actualcoverage) March 29, 2025