सना, (वेब वार्ता)। यमन की राजधानी सना में रातभर हुए अमेरिकी हमलों में पांच महिलाओं और दो बच्चों समेत कम से कम 53 लोग मारे गए। हूती द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमलों में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
अमेरिका ने यमन के ईरान समर्थित हूतियों विद्रोहियों के खिलाफ अपने हमलों को तेज कर दिया है। शनिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा के साथ ‘एकजुटता’ में लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हमला करने वाले विद्रोहियों के खिलाफ ‘अत्यधिक घातक बल’ का उपयोग करने की शपथ ली।
यमन की राजधानी सना और अन्य क्षेत्रों में कई अमेरिकी हमलों में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं। हूती लड़ाकों ने भी जवाबी कार्रवाई में तेजी लाने की कसम खाई है, क्योंकि अक्टूबर 2023 में गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से उन्हें सबसे बड़े हमलों में से एक का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका ने रविवार आधी रात से यमन में कई ठिकानों पर रातभर हवाई हमले किए, जिनमें राजधानी सना और हूती के गढ़ सदा प्रांत समेत अन्य स्थान शामिल थे।
ट्रंप ने कहा कि हूतियों को लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर अपने हमले बंद करने चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर ऐसे हमले किए जाएंगे जो पहले कभी नहीं देखे होंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार को सीबीएस न्यूज को बताया कि हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक ईरान समर्थित लड़ाकों के पास अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हमला करने की क्षमता ‘पूरी तरह खत्म’ नहीं हो जाती।
हूती लड़ाकों ने बार-बार लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों को निशाना बना रहे हैं और दो जहाजों को डुबो चुके हैं। वे इसे गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता का कार्य बताते हैं, जहां इजरायल हमास के साथ युद्ध में है, जो ईरान का एक और सहयोगी है।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि पिछले 18 महीनों में, हौतियों ने अमेरिकी नौसेना पर “सीधे” 174 बार हमला किया और “निर्देशित सटीक एंटी-शिप हथियार” का उपयोग करके 145 बार कमर्शियल शिपिंग को निशाना बनाया।
जनवरी में गाजा में युद्ध विराम लागू होने के बाद से हमले बंद हो गए थे। पिछले हफ्ते, हूतियों ने कहा था कि वे इजरायली जहाजों पर हमले फिर से शुरू करेंगे, क्योंकि इस महीने इजरायल ने गाजा में मानवीय सहायता का प्रवाह रोक दिया था। लेकिन तब से किसी भी जहाज पर हमले की कोई सूचना नहीं है।
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज ने रविवार को एबीसी न्यूज को बताया कि इन हमलों में कई हूती नेताओं को निशाना बनाया और उन्हें मार गिराया गया। हालांकि, उन्होंने उनकी पहचान नहीं बताई और न ही कोई सबूत दिया।
मार्को रुबियो के अनुसार, हूतियों की कुछ सुविधाएं नष्ट कर दी गई हैं। मीडिया आउटलेट्स ने हूतियों के राजनीतिक ब्यूरो के हवाले से बताया कि विद्रोही अमेरिकी हमलों का जवाब देंगे और बढ़ते तनाव का जवाब बढ़ते तनाव से देंगे।