मुंबई/नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। नागपुर की होनहार मॉडल रूश सिंधु ने अपनी प्रतिभा, मेहनत और आकर्षक व्यक्तित्व से ‘मिस इंटरनेशनल इंडिया 2025’ का खिताब जीत लिया है। यह उपलब्धि न केवल रूश के लिए एक सपने का सच होना है, बल्कि पूरे नागपुर और भारत के लिए गर्व का विषय है। अब वे 27 नवंबर 2025 को जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित होने वाली ‘मिस इंटरनेशनल 2025’ विश्व प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। रूश की यह जीत भारतीय ब्यूटी पेजेंट इंडस्ट्री में एक नई पहचान स्थापित करने वाली है।
रूश सिंधु का सफर प्रेरणादायक है। इससे पहले उन्होंने ‘मिस यूनिवर्स इंडिया 2025’ में टॉप-6 फाइनलिस्ट बनकर सबका ध्यान खींचा था। 20 जून 2025 को दिल्ली में आयोजित फाइनल ऑडिशन में वाइल्डकार्ड एंट्री के रूप में चयनित हुईं रूश ने 18 अगस्त 2025 को ग्रैंड फिनाले में अपनी छाप छोड़ी। नागपुर लौटने पर उनका भव्य स्वागत हुआ, जहां परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों ने जोरदार तालियों से उनका अभिवादन किया। नागपुर एयरपोर्ट पर हुआ यह स्वागत देखने लायक था, जहां मिस यूनिवर्स इंडिया संस्था के प्रमुख निखिल आनंद भी मौजूद थे।
रूश राजनगर निवासी आर्किटेक्ट परशन सिंह की बेटी हैं और छोटी उम्र में ही मॉडलिंग की दुनिया में कदम रख चुकी हैं। उनकी जीत ने साबित किया कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
रूश सिंधु की भावनाएं: ‘यह सपने जैसा है’
नागपुर पहुंचने पर रूश ने अपनी खुशी और भावनाओं को बयां किया। उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश और आभारी हूं। यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। देश और दुनिया भर से मिल रहा प्यार और समर्थन मुझे भावुक कर देता है। आप सभी का साथ मेरे लिए अनमोल है। यह पहली बार है जब मैं ताज जीतने के बाद अपने परिवार से मिल रही हूं। माता-पिता और अपनों के बीच होना बहुत खास है। भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरा सपना था, और अब मैं इसे जी रही हूं।”
रूश ने प्रतियोगिता की चुनौतियों पर बात करते हुए कहा, “हर प्रतियोगिता में चुनौतियां होती हैं, लेकिन सही तैयारी ही सफलता की कुंजी है। हमें हर पहलू पर ध्यान देना होता है, ताकि हम एक संपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में उभर सकें। मेरी कोशिश यही है कि मैं हर चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार रहूं।”
मानसिक स्वास्थ्य और महिलाओं का सशक्तिकरण: रूश का संदेश
रूश सिंधु केवल ब्यूटी क्वीन नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर देते हुए कहा, “मानसिक स्वास्थ्य पर खुलकर बात करना बेहद जरूरी है। कोविड-19 महामारी ने हमें यह सिखाया कि अपनी भावनाओं को समझना और व्यक्त करना कितना महत्वपूर्ण है। मैंने मनोविज्ञान में पांच साल तक अध्ययन किया है, जिससे मुझे भावनात्मक बुद्धिमत्ता की गहराई समझ में आई। अगर हम अपने मन को समझें, तो हम उसका सही उपयोग कर सकते हैं।”
उन्होंने युवा लड़कियों को प्रेरित करते हुए कहा, “हर उस लड़की को, जो मॉडलिंग या ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेना चाहती है, मैं यही कहूंगी कि अपने माता-पिता का समर्थन जरूर लें। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना एक अनमोल अनुभव है। खुद पर भरोसा करना सबसे जरूरी है। अगर आप खुद पर यकीन करेंगी, तो आपका परिवार और पूरी दुनिया आपका साथ देगी।”
टोक्यो में भारत का प्रतिनिधित्व: क्या उम्मीदें?
‘मिस इंटरनेशनल 2025’ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सौंदर्य प्रतियोगिता है, जो टोक्यो में 27 नवंबर को आयोजित होगी। रूश की तैयारी जोरों पर है, और सभी की नजरें उन पर टिकी हैं। उनकी जीत से भारतीय ब्यूटी पेजेंट इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है। रूश ने कहा, “मैं भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अविश्वसनीय रूप से उत्साहित हूं। वैश्विक मंच पर अपने देश का परचम लहराना हमेशा से मेरा सपना रहा है।”
निष्कर्ष: प्रेरणा की नई मिसाल
रूश सिंधु की यह जीत न केवल नागपुर की बेटी के लिए, बल्कि हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। उनकी मेहनत, आत्मविश्वास और सामाजिक प्रतिबद्धता उन्हें एक सच्ची रोल मॉडल बनाती है। अब सभी की निगाहें टोक्यो पर हैं, जहां रूश भारत का नाम रोशन करेंगी। यह उपलब्धि युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी कि सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच जरूरी है।
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