-‘मायसा’ फिल्म में पहली बार एक जनजातीय योद्धा के रूप में नजर आएंगी रश्मिका मंदाना, भव्य पूजा के साथ हैदराबाद में हुई शूटिंग की शुरुआत
मुंबई/हैदराबाद, (वेब वार्ता)। दक्षिण भारतीय और हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार रश्मिका मंदाना अब दर्शकों को एक नए अवतार में दिखेंगी। उनकी आगामी पैन-इंडिया फिल्म ‘मायसा’ (MAYSA) की हैदराबाद में आज पारंपरिक पूजा विधि के साथ भव्य लॉन्चिंग की गई। फिल्म एक इमोशनल एक्शन ड्रामा है, जिसमें रश्मिका गोंड जनजाति की एक मजबूत और संवेदनशील महिला का किरदार निभा रही हैं।
पहली बार पूरी तरह एक्शन में दिखेंगी रश्मिका
फिल्म ‘मायसा’ को अनफॉर्मूला फिल्म्स प्रोड्यूस कर रहा है और इसे लिखा व निर्देशित किया है राविंद्र पुल्ले ने। रश्मिका मंदाना इस फिल्म में अपने करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार निभा रही हैं। वह एक गोंड महिला के रूप में नजर आएंगी जो न केवल साहसी है, बल्कि अत्यंत भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से गहराई से जुड़ी हुई है।
लॉन्च इवेंट में मौजूद रही पूरी टीम
फिल्म की लॉन्चिंग के मौके पर आयोजित पूजा समारोह में फिल्म की पूरी टीम मौजूद रही।
प्रमुख नामों में शामिल थे:
निर्माता: सुरेश बाबू गरु
निर्देशक: हनु राघवपुडी
लेखक-निर्देशक: राविंद्र पुल्ले
सिनेमैटोग्राफर: श्रेयास पी कृष्णा (फिल्म ‘रेट्रो’ फेम)
फिल्म की शूटिंग 29 जुलाई से हैदराबाद में शुरू होगी और पहले ही दिन से रश्मिका शूटिंग में शामिल होंगी।
फिल्म की थीम – गोंड जनजाति की संस्कृति
‘मायसा’ की कहानी भारत की गोंड जनजाति की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जीवनशैली और संघर्षों के इर्द-गिर्द बुनी गई है। यह फिल्म दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाएगी जहां परंपरा, भावना और एक्शन का संगम देखने को मिलेगा।
निर्देशक राविंद्र पुल्ले के अनुसार:
“मायसा सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं, बल्कि एक महिला की आत्मिक यात्रा है जो अपनी संस्कृति और परिवार के लिए लड़ती है।”
रश्मिका मंदाना का बयान
हालांकि लॉन्च के मौके पर रश्मिका ने मीडिया से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन उनके करीबी सूत्रों के अनुसार,
“रश्मिका इस फिल्म को अपने करियर का सबसे खास प्रोजेक्ट मान रही हैं। वह इसके लिए ट्रेनिंग भी ले रही हैं और इसे पूरी शिद्दत से निभा रही हैं।”
फिल्म से जुड़ी अन्य जानकारी
भाषाएं: हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम
जॉनर: एक्शन + इमोशनल ड्रामा
रिलीज डेट: संभावित 2026 की पहली तिमाही
लोकेशन: हैदराबाद, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के जंगल
निष्कर्ष
फिल्म ‘मायसा’ सिर्फ एक आम पैन-इंडिया फिल्म नहीं है, बल्कि यह भारतीय जनजातीय संस्कृति और नारीशक्ति को बड़े पर्दे पर एक नये रूप में प्रस्तुत करने जा रही है। रश्मिका मंदाना का यह नया रूप दर्शकों को न सिर्फ रोमांचित करेगा, बल्कि एक गहरी सामाजिक और सांस्कृतिक छाप भी छोड़ेगा।
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