नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के अध्यक्ष अजय सेठ ने एकाउंट्स एग्रीगेटर (AA) फाउंडेशन डे के अवसर पर बीमा क्षेत्र में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) की क्रांतिकारी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने पूरे AA इकोसिस्टम को बधाई देते हुए कहा कि यह ढांचा वित्तीय डेटा साझेदारी को सुरक्षित, सरल और सहमति-आधारित बनाकर देश के वित्तीय क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव ला रहा है। यह न केवल बीमा उत्पादों को अधिक सुलभ और किफायती बना रहा है, बल्कि लोगों की जरूरतों के अनुरूप समाधान भी प्रदान कर रहा है।
एकाउंट्स एग्रीगेटर: बीमा क्षेत्र में एक नई क्रांति
अजय सेठ ने बताया कि एकाउंट्स एग्रीगेटर (AA) फ्रेमवर्क डेटा, एनालिटिक्स और तकनीक के संयोजन से बीमा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। यह ढांचा बीमा कंपनियों को ग्राहकों की वित्तीय जानकारी को उनकी सहमति से सुरक्षित रूप से उपयोग करने में सक्षम बनाता है। इससे टर्म इंश्योरेंस पॉलिसियों के अंडरराइटिंग में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।
“एए फ्रेमवर्क के जरिए डेटा-साझेदारी का यह पारदर्शी और सुरक्षित माध्यम आने वाले समय में देश के हर परिवार तक बीमा सुरक्षा पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” – अजय सेठ, IRDAI अध्यक्ष
2025 में AA के उपयोग में हुई वृद्धि ने बीमा कंपनियों को ग्राहक-केंद्रित उत्पाद डिजाइन करने में मदद की है। ये उत्पाद न केवल लागत प्रभावी हैं, बल्कि ग्राहकों की विशिष्ट जरूरतों को भी पूरा करते हैं। उदाहरण के लिए, टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों को अब अधिक सटीकता के साथ डिजाइन किया जा रहा है, जिससे प्रीमियम की लागत कम हो रही है और कवरेज का दायरा बढ़ रहा है।
डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की ताकत
अजय सेठ ने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) को भारत के वित्तीय समावेशन के लिए गेम-चेंजर बताया। DPI का उपयोग करके बीमा कंपनियां अब ग्राहकों के वित्तीय डेटा का विश्लेषण कर रही हैं, जिससे वे जोखिम मूल्यांकन को बेहतर बना सकती हैं। यह तकनीक न केवल बीमा पॉलिसियों को अधिक सस्ता बनाती है, बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बीमा की पहुंच को भी बढ़ाती है।
IRDAI अध्यक्ष ने बीमा कंपनियों से आह्वान किया कि वे DPI का उपयोग कर नए प्रयोग करें और नवाचार को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा, “हमें ऐसे बीमा उत्पाद विकसित करने चाहिए जो हर वर्ग के लिए सुलभ हों और उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
‘इंश्योरेंस फॉर ऑल’ का लक्ष्य
अजय सेठ ने जोर देकर कहा कि AA फ्रेमवर्क और DPI भारत को 2047 तक ‘इंश्योरेंस फॉर ऑल’ के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। यह ढांचा न केवल बीमा क्षेत्र में पारदर्शिता और विश्वास बढ़ाता है, बल्कि ग्राहकों को अपनी वित्तीय जानकारी पर नियंत्रण भी देता है।
उन्होंने कहा, “AA के जरिए ग्राहक अपनी सहमति से डेटा साझा कर सकते हैं, जिससे बीमा कंपनियां उनकी जरूरतों के अनुसार पॉलिसियां डिजाइन कर सकती हैं। यह एक ऐसी प्रणाली है जो ग्राहक और बीमा प्रदाता दोनों के लिए लाभकारी है।”
बीमा क्षेत्र में भविष्य की संभावनाएं
AA फ्रेमवर्क के उपयोग से बीमा क्षेत्र में कई संभावनाएं खुल रही हैं। कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
सस्ती पॉलिसियां: डेटा एनालिटिक्स के उपयोग से प्रीमियम की लागत कम हो रही है।
तेज प्रोसेसिंग: अंडरराइटिंग और क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया तेज और पारदर्शी हो रही है।
वित्तीय समावेशन: ग्रामीण और कम आय वाले समूहों तक बीमा की पहुंच बढ़ रही है।
नवाचार: डेटा-संचालित बीमा उत्पादों के विकास से नए बाजार खुल रहे हैं।
IRDAI इस दिशा में बीमा कंपनियों को तकनीकी सहायता और नियामक दिशानिर्देश प्रदान कर रहा है ताकि वे DPI का अधिकतम उपयोग कर सकें।
निष्कर्ष: एक नया युग की शुरुआत
IRDAI अध्यक्ष अजय सेठ का यह बयान बीमा क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एकाउंट्स एग्रीगेटर और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए भारत न केवल अपने वित्तीय क्षेत्र को मजबूत कर रहा है, बल्कि हर नागरिक तक बीमा की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह पहल भारत को 2047 तक ‘इंश्योरेंस फॉर ऑल’ के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगी।
अधिक जानकारी के लिए IRDAI की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित बीमा प्रदाताओं से संपर्क करें।
On AA Foundation Day, Mr. Ajay Seth, Chairperson IRDAI, congratulates the AA ecosystem for making data sharing safe, simple & consent-driven.
He highlights how AA is helping insurers design products that are more affordable, accessible & tailored – paving the way for “Insurance… pic.twitter.com/GOqWija4Gc
— Sahamati (@sahamati) September 2, 2025