Wednesday, November 19, 2025
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़ें

भारत, चीन के व्यापार में दिसंबर तिमाही में मजबूत वृद्धि: संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र, (वेब वार्ता)। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विकासशील देशों, विशेष रूप से भारत और चीन ने 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में औसत से बेहतर व्यापार विस्तार देखा। रिपोर्ट में हालांकि, आगामी तिमाहियों में वैश्विक स्तर पर ‘आर्थिक मंदी की संभावना’ की चेतावनी दी गई है।

संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (यूएनसीटीएडी) द्वारा नवीनतम वैश्विक व्यापार अपडेट, जो मार्च की शुरुआत तक के आंकड़ों को कवर करता है, ने कहा कि 2024 में वैश्विक व्यापार लगभग 1,200 अरब डॉलर यानी नौ प्रतिशत के विस्तार के साथ 33,000 अरब डॉलर तक पहुंच गया।

रिपोर्ट में कहा गया, “विकासशील देशों, विशेषकर चीन और भारत में औसत से बेहतर व्यापार विस्तार हुआ, जबकि कई विकसित देशों में व्यापार संकुचन हुआ।”

इसमें कहा गया है कि चीन और भारत ने 2024 की चौथी तिमाही में मजबूत व्यापार गति देखी, जबकि अमेरिका एक प्रमुख चालक बना रहा।

साल 2024 की चौथी तिमाही में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक व्यापार ने मिश्रित रुझान दिखाए। चीन और भारत के व्यापार में, विशेष रूप से निर्यात में वृद्धि जारी रही।

इसके विपरीत, दक्षिण कोरिया में निर्यात वृद्धि में कमी आई, हालांकि यह वार्षिक आधार पर प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक रही।

अमेरिका में, 2024 की चौथी तिमाही में आयात वृद्धि सकारात्मक रही, जबकि निर्यात वृद्धि घट गई। जापान, रूस, दक्षिण अफ्रीका और यूरोपीय संघ के लिए तिमाही और वार्षिक दोनों आधार पर आयात वृद्धि के रुझान नकारात्मक रहे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने 2024 की चौथी तिमाही में माल व्यापार में तिमाही आधार पर आठ प्रतिशत की आयात वृद्धि दर्ज की और वार्षिक आयात में छह प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि वस्तुओं में तिमाही निर्यात वृद्धि सात प्रतिशत और वार्षिक निर्यात वृद्धि दो प्रतिशत रही।

साल 2024 की चौथी तिमाही में सेवा व्यापार में वृद्धि जारी रही। हालांकि, यह वार्षिक आंकड़ों की तुलना में धीमी गति रही। यह दर्शाता है कि सेवा व्यापार में सकारात्मक रुझान अधिकांश अर्थव्यवस्थाओं के लिए स्थिर हो सकता है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के लिए सेवा व्यापार में वृद्धि मजबूत रही।

वार्षिक आधार पर, कई सबसे बड़ी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए सेवा व्यापार वृद्धि दहाई अंक के आंकड़े तक पहुंच गई, जबकि अधिकांश विकसित अर्थव्यवस्थाओं के लिए यह बहुत उच्च स्तर पर रही।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने पिछली तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में सेवाओं में सात प्रतिशत की तिमाही आयात वृद्धि और 10 प्रतिशत की वार्षिक आयात वृद्धि दर्ज की, जबकि तिमाही निर्यात वृद्धि तीन प्रतिशत और सेवाओं में वार्षिक निर्यात वृद्धि 10 प्रतिशत रही।

Author

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest

More articles