मथुरा, 26 फरवरी (वेब वार्ता)। मथुरा-कासगंज रेल खंड पर 26 फरवरी सुबह लगभग सवा सात बजे एक मालगाड़ी पर पत्थर फेंकने की घटना से रेलवे में खलबली मच गई। ट्रेन चालक की सूचना पर रेल प्रशासन की ओर से मौके पर रेलवे सुरक्षा बल को भेजा गया, लेकिन मामला बच्चों के पत्थर फेंके जाने का निकला।
सुबह लगभग सात बजे मालगाड़ी सिकंदराराऊ के लिए रवाना हुई। मालगाड़ी ने जैसे ही रति का नगला स्टेशन को पार किया, वैसे ही वहां चालक को रेलवे ट्रैक पर 200 से अधिक लोग बैठे नजर आए। सतर्कता बरतते हुए चालक ने ट्रेन को रोक लिया। चालक की ओर से सिकंदराराऊ स्टेशन मास्टर को मोबाइल पर सूचना दर्ज कराते हुए कहा कि 276/05-06 के मजार के पास लगभग 200 व्यक्तियों की भीड़ है, जो लाइन पर बैठी है।
गाड़ी रुककर चली तो यह लोग ब्रेकयान पर पत्थर मारने लगे। यह सूचना नियंत्रक, आरपीएफ हाथरस सिटी एवं यातायात निरीक्षक मथुरा छावनी को दर्ज कराई गई। आनन-फानन आरपीएफ हाथरस सिटी की पूरी टीम मौके पर पहुंच गई। यहां आरपीएफ की टीम ने जांच की, जिसमें सामने आया कि यहां शब-ए-बरात थी। इस दौरान किसी बच्चे ने पत्थर मारा था। तब जाकर रेलवे व सिविल पुलिस के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
सुबह 7:17 बजे की घटना है। पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। यहां पूछताछ में बताया गया कि पर्व चल रहा था। इस दौरान किसी 10-12 साल के बच्चे ने पत्थर फेंका था। उसे वहां के लोगों ने भगा दिया।-रणजीत यादव, आरपीएफ प्रभारी, हाथरस सिटी।
यह भीड़ शब-ए-बरात की थी। हमारे कंट्रोल रूम को गलत बताया कि कुछ लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं। वहां जाकर जानकारी ली गई, तो एक बच्चे के पत्थर उठाकर गाड़ी में मारने की बात सामने आई। लोग लाइन पर बैठे नहीं थे। वहां से होकर जा रहे थे। -डॉ. आनंद कुमार, सीओ सिकंदाराराऊ।