लंदन, 19 मई (वेब वार्ता)। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे पर ब्रिटिश अदालत आज इस बात पर अंतिम फैसला दे सकती है कि गुप्त अमेरिकी दस्तावेजों के बड़े पैमाने पर लीक होने के मामले में असांजे को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए या नहीं। बता दें कि गत 13 साल से यह कानूनी लड़ाई चल रही है। लंदन में उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीश इस बात पर फैसला देने के लिए तैयार हैं कि क्या अदालत अमेरिका के इस आश्वासन से संतुष्ट है कि 52 वर्षीय असांजे को मौत की सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा और अगर उन्हें अमेरिकी मुकदमे का सामना करना पड़ता है तो वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के पहले जासूसी में संशोधन पर भरोसा कर सकते हैं।
असांजे की कानूनी टीम का कहना है कि फैसले के 24 घंटों के भीतर वह अटलांटिक के पार एक विमान में हो सकते हैं, उन्हें जेल से रिहा किया जा सकता है, या उनका मामला फिर से महीनों की कानूनी लड़ाई में फंस सकता है। उनकी पत्नी स्टेला ने पिछले सप्ताह कहा था, “मुझे एहसास है कि इस स्तर पर कुछ भी हो सकता है।” “जूलियन को प्रत्यर्पित किया जा सकता है या उनको मुक्त किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि उनके पति को महत्वपूर्ण सुनवाई के लिए अदालत में मौजूद रहने की उम्मीद है।
अफगानिस्तान और इराक में वाशिंगटन के खिलाफ विकीलीक्स ने जारी किए थे हजारों दस्तावेज
विकीलीक्स ने अफगानिस्तान और इराक में वाशिंगटन के युद्धों पर सैकड़ों हजारों वर्गीकृत अमेरिकी सैन्य दस्तावेज जारी किए थे। अमेरिकी सैन्य इतिहास में राजनयिक बलों के साथ यह अपनी तरह का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन था। अप्रैल 2010 में विकीलीक्स ने एक वर्गीकृत वीडियो प्रकाशित किया, जिसमें 2007 के अमेरिकी हेलीकॉप्टर हमले को दिखाया गया था, जिसमें इराक की राजधानी बगदाद में रॉयटर्स समाचार के 2 कर्मचारियों सहित एक दर्जन लोग मारे गए थे। अमेरिकी अधिकारी ऑस्ट्रेलिया में जन्मे असांजे पर 18 से अधिक आरोपों पर मुकदमा चलाना चाहते हैं, जिनमें से लगभग सभी जासूसी अधिनियम के तहत हैं। अधिकारियों का कहना है कि विकीलीक्स के साथ उनके कार्य लापरवाही भरे थे, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुँचाते थे और एजेंटों के जीवन को खतरे में डालते थे।
2010 से हिरासत में हैं असांजे
जूलियन असांजे वर्ष 2010 से लगातार हिरासत में हैं। हालांकि उनके समर्थक उनके खिलाफ मुकदमे को गलत ठहराते हैं। साथ ही इसे पत्रकारिता और स्वतंत्र भाषण पर हमला व शर्मिंदगी का बदला लेने वाला बताते हैं। जूलियन के खिलाफ इस मामले को वापस लेने की मांग मानवाधिकार समूहों और कुछ मीडिया निकायों से लेकर ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज़ और अन्य राजनीतिक नेताओं तक ने की है।असांजे को पहली बार 2010 में यौन अपराध के आरोप में स्वीडिश वारंट पर ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया था, जिसे बाद में हटा दिया गया था। तब से वह कई बार घर में नजरबंद रहे। सात साल तक लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में रहे और 2019 से बेलमार्श की शीर्ष सुरक्षा जेल में रखा गया। बाद में जब वह अपने प्रत्यर्पण पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं।