मुंबई (वेब वार्ता)। मुंबई में एक दिल दहला देने वाली घटना ने ट्रांसजेंडर समुदाय को झकझोर दिया है। नौ ट्रांसजेंडर व्यक्तियों ने अपने आध्यात्मिक नेता (गुरु मां) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों और संस्था की बदनामी से आहत होकर सामूहिक रूप से जहर पी लिया। सभी को राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने समय पर इलाज कर उनकी जान बचाई। एक ट्रांसजेंडर की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना इंदौर की हालिया घटना के बाद हुई, जहां 24 ट्रांसजेंडरों ने भी आत्महत्या की कोशिश की थी।
घटना का विवरण: जहर पीकर सुसाइड की कोशिश
घटना रविवार रात मुंबई के एक ट्रांसजेंडर समुदाय के घर में हुई। नौ ट्रांसजेंडरों ने फिनाइल जैसे विषाक्त पदार्थ पी लिया। सूचना मिलते ही उन्हें राजावाड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तुरंत उपचार शुरू किया। सभी की हालत स्थिर है, लेकिन एक की स्थिति गंभीर है। पुलिस ने कहा, “घटना सामूहिक आत्महत्या की कोशिश की लग रही है। जांच जारी है।”
कारण: गुरु मां और संस्था की बदनामी
ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों ने बताया कि यह कदम उनके आध्यात्मिक नेता “सलमा खान” (गुरु मां) और “किन्नर मां संस्था” के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों से आहत होकर उठाया गया। एक ट्रांसजेंडर ने कहा, “हमारी संस्था को बदनाम किया जा रहा है। हमारा अस्तित्व खतरे में है।” यह संस्था ट्रांसजेंडर समुदाय के कल्याण के लिए काम करती है।
पुलिस ने कहा, “बदनामी और सामाजिक दबाव कारण लग रहे हैं। समुदाय से बातचीत कर जांच कर रहे हैं।”
इंदौर घटना से प्रेरित? ट्रांसजेंडर समुदाय में बढ़ता दबाव
यह घटना इंदौर की हालिया घटना से जुड़ी लग रही है, जहां 24 ट्रांसजेंडरों ने डेरा विवाद से आहत होकर जहर पी लिया था। ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारियों ने कहा, “हमारे समुदाय को लगातार बदनामी और शोषण का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी घटनाएं दुखद हैं।” समुदाय ने पुलिस से तत्काल जांच और संरक्षण की मांग की है।
समुदाय की मांग: जांच और संरक्षण
ट्रांसजेंडर समुदाय ने पुलिस से तत्काल जांच, अपमानजनक टिप्पणियों के आरोपियों पर कार्रवाई, और समुदाय के लिए सुरक्षा मांगी है। एक प्रतिनिधि ने कहा, “हमारी पहचान का सम्मान जरूरी है। ऐसी घटनाएं रोकनी होंगी।”
पुलिस ने कहा, “सभी सुरक्षित हैं। जांच पूरी कर कार्रवाई करेंगे।”




