मुंबई (वेब वार्ता)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोपों ने देशभर में सियासी बयानबाजी का दौर तेज कर दिया है। इस मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बेमतलब और बेतुका करार दिया। पवार ने कहा कि विपक्षी दल ऐसे मुद्दे हमेशा चुनाव हारने के बाद ही उठाते हैं। उन्होंने यह बात नागपुर एयरपोर्ट पर एनसीपी के चिंतन शिविर से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
राहुल गांधी का ताजा हमला: चुनाव आयुक्त पर निशाना
राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने लोकतंत्र को नष्ट किया है। राहुल ने कर्नाटक की एक विधानसभा सीट का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस समर्थकों के वोट चुनाव से पहले ही योजनाबद्ध तरीके से हटाए जा रहे हैं। साथ ही, महाराष्ट्र की राजुरा सीट में वोटरों को ऑटोमैटिक सॉफ्टवेयर के जरिए फर्जी तरीके से जोड़े जाने का आरोप लगाया। राहुल ने युवाओं से अपील की कि जेन-जेड लोकतंत्र की रक्षा करेंगे, और उन्होंने कहा कि वह उनके साथ खड़े हैं।
यह आरोप 2024 लोकसभा चुनावों और हालिया राज्य चुनावों के बाद से चल रहे हैं, जहां विपक्ष ने ईवीएम और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का दावा किया है। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया है।
राहुल के आरोपों पर अजित पवार का जवाब
राहुल गांधी के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अजित पवार ने कहा, “राहुल गांधी की बातों का कोई मतलब नहीं है। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 17 सीटें महायुति को और 31 सीटें महा विकास अघाड़ी को मिली थीं। तब ईवीएम ठीक काम कर रही थीं, वोटों की गिनती सही थी और किसी ने नाम जोड़ने या हटाने की शिकायत नहीं की थी। अब हार होने पर नए-नए आरोप लगाए जा रहे हैं, जो बिल्कुल गलत है।” पवार ने राहुल के आरोपों को अनुचित बताते हुए कहा कि बार-बार हार के बाद चुनाव प्रणाली को कटघरे में खड़ा करना लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।
अजित पवार ने राहुल पर ‘फेक नैरेटिव’ फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “वे हमेशा फेक नैरेटिव सेट कर लोगों को गुमराह करते हैं। लोकसभा चुनाव में हमें इसकी कीमत चुकानी पड़ी।” पवार ने जोर दिया कि विपक्ष जीतते हैं तो सब ठीक, हारते हैं तो वोट चोरी का रोना शुरू।
अन्य राज्यों में विपक्ष की जीत का दिया हवाला
अजित पवार ने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन ने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में जीत हासिल की। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में तीसरी बार सरकार बनाई। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में दो बार और पंजाब में एक बार जीत दर्ज की। “अगर चुनाव आयोग पक्षपाती होता, तो ये जीतें संभव न होतीं।” पवार ने 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत का श्रेय जनता को संविधान बदलने की झूठी अफवाहों का जवाब देने और लाड़की बहन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं को दिया।
सियासी घमासान तेज: अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं
अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष सुनील तटकरे ने भी राहुल के आरोपों को ‘बचकाना’ बताया। उन्होंने कहा कि वोटर इतने समझदार हैं कि विपक्ष के फर्जी नैरेटिव को समझ जाते हैं। वहीं, शरद पवार ने राहुल के आरोपों का समर्थन किया और चुनाव आयोग से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राहुल को सवाल पूछने का अधिकार है, लेकिन बीजेपी नेताओं का जवाब देना आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।
बीजेपी ने भी राहुल पर तीखा पलटवार किया। किरेन रिजिजू और रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल अपनी हार छुपाने के लिए आयोग को निशाना बना रहे हैं। यह विवाद आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को प्रभावित कर सकता है।