लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर ला मार्टिनियर स्कूल, लखनऊ में एक प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस (Student’s Day) घोषित किया गया है, और ला मार्टिनियर स्कूल विगत पांच वर्षों से इस दिन को उत्साहपूर्वक मना रहा है।
कार्यक्रम का विवरण
विद्यार्थियों ने डॉ. कलाम के जीवन, उनके वैज्ञानिक योगदान, और देश के प्रति उनके आदर्शों पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को डॉ. कलाम के संदेशों की शपथ दिलाई, जिसमें उनके सपनों के भारत को साकार करने का संकल्प शामिल था।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा, “डॉ. कलाम का जीवन देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके सपनों का सशक्त भारत बनाने के लिए हमें निरंतर प्रयास करना होगा। उनके संदेश सभी उम्र और देशों के लिए प्रासंगिक हैं, जो मानवता को समृद्ध करते हैं।”
विद्यालय का योगदान और प्रेरणा
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। प्रिंसिपल श्रीमती क्लिवर एवरिट ने विद्यार्थियों को डॉ. कलाम के आदर्शों—शिक्षा, विज्ञान, और देशभक्ति—पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “डॉ. कलाम ने हमें सिखाया कि मेहनत और सपनों से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।”
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में अब्दुल कलाम ट्रस्ट के चेयरमैन अब्दुल नासिर, ला मार्टिनियर कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती क्लिवर एवरिट, वामिक खान, अजय कुमार गुप्ता, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सामाजिक और शैक्षिक महत्व
यह आयोजन डॉ. कलाम की स्मृति को सम्मान देने के साथ-साथ युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नेतृत्व, और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करता है। विश्व छात्र दिवस के रूप में यह कार्यक्रम शिक्षा और प्रेरणा का प्रतीक बन गया है, जो अगली पीढ़ी को ‘विकसित भारत’ के लिए प्रेरित करता है।
निष्कर्ष
ला मार्टिनियर स्कूल में आयोजित यह कार्यक्रम डॉ. कलाम के ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विद्यार्थियों ने उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया, जो भविष्य में देश के विकास में योगदान देगा।