नई दिल्ली, रिज़वान खान (वेब वार्ता)। राजधानी दिल्ली के प्रेम नगर इलाके से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो दिल दहला देने वाली है। स्कूल से घर लौट रही दो छात्राएं रेल पटरियों को पार करते समय तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के बाद शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल, जांच जारी है, और हादसे के पीछे लापरवाही किसकी थी, इसका पता लगाया जा रहा है।
यह घटना दिल्ली में रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर रही है, जहां अक्सर अनगिनत लोग रेल पटरियों का इस्तेमाल शॉर्टकट के रूप में करते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छात्राओं को बचाने की कोई गुंजाइश ही नहीं बची, और टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौत तुरंत हो गई।
हादसे का पूरा विवरण: स्कूल से घर जाते समय रेल पटरियों पर दुर्घटना
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों छात्राएं स्कूल से छुट्टी के बाद घर की ओर जा रही थीं। प्रेम नगर इलाके में रेल पटरियां एक शॉर्टकट रूट के रूप में इस्तेमाल होती हैं, जहां लोग रोजाना सैकड़ों की संख्या में पार करते हैं। आज भी वही हुआ—छात्राएं पटरी पार कर रही थीं कि अचानक एक तेज रफ्तार लोकल ट्रेन आ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों छात्राओं की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही इलाके में सन्नाटा छा गया। परिवार और स्थानीय लोग दौड़ पड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। शवों को देखकर माहौल करुण हो गया।
गुस्साई भीड़ का हंगामा: पुलिस पर पथराव, स्थिति बिगड़ी
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे। उनका कहना था कि रेलवे ट्रैक पर फुट ओवर ब्रिज या वैकल्पिक रास्ता न होने से ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। गुस्से में लोग सड़क पर उतर आए और हंगामा करने लगे। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिसकर्मी बचाव में उतर आए, लेकिन पथराव जारी रहा।
हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति को काबू में किया जा गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को शांत करने के लिए समझाइश दी गई, लेकिन गुस्सा इतना था कि पथराव तक पहुंच गया। अब शांति बहाल है, लेकिन इलाके में तनाव बरकरार है।
हादसे के बाद की स्थिति: जांच और अपील
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि छात्राओं की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई। पुलिस अब ट्रेन ड्राइवर, सिग्नल सिस्टम और ट्रैक की सुरक्षा पर जांच कर रही है। क्या रेलवे की ओर से कोई चेतावनी साइनबोर्ड था? क्या फुट ओवर ब्रिज की कमी हादसे का कारण बनी? ये सवाल जांच का हिस्सा हैं।
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस अधिकारियों कहा, “हम इस घटना की गहन जांच कर रहे हैं। ग्रामीणों से अपील है कि शांत रहें, ताकि जांच सुचारू रूप से हो सके।”
दिल्ली में रेल हादसों का सिलसिला: सुरक्षा पर सवाल
दिल्ली में रेल पटरियों पर हादसे कोई नई बात नहीं। प्रेम नगर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में लोग ट्रैक को शॉर्टकट मानते हैं, जिससे दुर्घटनाएं आम हैं। पिछले एक वर्ष में दिल्ली-एनसीआर में 50 से अधिक ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें 20 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। विशेषज्ञों का कहना है कि फुट ओवर ब्रिज, फेंसिंग और जागरूकता अभियान की कमी से ये हादसे हो रहे हैं। रेलवे मंत्रालय ने भी दिल्ली में 100 नए फुट ओवर ब्रिज बनाने का प्लान घोषित किया है, लेकिन कार्यान्वयन धीमा है।