Sunday, October 5, 2025
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अनिवासी भारतीयों के लिए बने एक अलग ट्रिब्यूनल : सतीश जैन

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। अनिवासी भारतीय लोगों ने दुनियां के अनेक देशों में अपनी मेहनत की बदौलत एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। 2024 की मई तक दुनिया भर में अनुमानित 35.42 मिलियन (3.54 करोड़) से अधिक भारतीय प्रवासी थे, जिनमें लगभग 15.85 मिलियन अनिवासी भारतीय (एनआरआई) और लगभग 19.57 मिलियन भारतीय मूल के लोग शामिल है। अनिवासी भारतीयों की अनेक समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है। उनको दोहरा कराधान, भारत में कठोर कानूनी प्रक्रियाएं, माता-पिता की देखभाल की चिंता, सांस्कृतिक पहचान का संकट, भारत के नियमों और कानूनों की जानकारी की कमी, और संपति विवादों जैसी तमाम समस्याओं से गुजरना पड़ा रहा है। इन सब मुद्दों पर कार्य कर रहे भारतीय अप्रवासी सतीश जैन जो 1970 में भारत से अमरीका पढ़ने गए फिर वही कार्य करने लगे।

उनका कहना है कि भारतीय प्रवासियों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय अप्रवासियों से भारत सरकार व भारत के लोग अनेक उम्मीदें लगाए बैठे है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में रहते हुए भारत के प्रमुख लोगों से संपर्क करना आज के समय में बड़ी चुनौती है। वह बताते कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनेक बार भारत से सरकार के मंत्रियों व आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास करते हैं मगर किसी भी प्रकार का सहयोग भारतीय लोगों की तरफ से नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में जो उनकी पारिवारिक संपत्ति थी उस पर अन्य लोगों ने कब्जा कर लिया है।

इसके अलावा वह कहते हैं कि अनेक लोगों की संपत्तियों पर झूठी वसीयत लोगों ने लिखवा कर कब्जा कर लिया है उन्होंने कहा कि ऐसा दुनिया भर में रहने वाले लाखों अप्रवासी भारतीय लोगों के साथ में हो रहा है। इसके अलावा सतीश जैन ने कहा कि इस समस्या से समाधान तभी हो सकता है जब अप्रवासी भारतीयों के लिए एक अलग से ट्रिब्यूनल बनाया जाए जिसके अंतर्गत एक तय की गई सीमा में केस की सुनवाई और फैसला भी सुनाया जाए।

इसके अलावा सतीश जैन कहते हैं कि भारत सरकार ने अच्छे कानून बना रखे हैं मगर उन कानून का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। इस मुकाम पर भारत को ले जाने में अप्रवासी भारतीयों का भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि अप्रवासी भारतीय लोग भारत में निवेश करना चाहते हैं मगर यहां की नीतियां उनके पक्ष में नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के विकास के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं उन्होंने भारत को दुनिया के साथ जोड़ने का कारगर काम किया है।

सतीश जैन कहते हैं कि अगर आप प्रवासी भारतीय भारत में निवेश करना शुरू करेंगे तो भारत दुनिया में अर्थव्यवस्था के मामले में नंबर एक बन सकता है। उन्होंने बताया कि दुनिया में सबसे अधिक अमीर भारतीय अप्रवासी लोग ही है। इसके साथी उनका कहना है कि आज अमेरिका सुपर पावर इसलिए बना हुआ है कि दुनिया सबसे ज्यादा इकोनॉमी को वह कंट्रोल करता है। भारत में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार को अपनी नीतियों में थोड़ा बदलाव करना होगा। सतीश जैन कहते हैं कि उन्होंने एक संस्था एनआरआई वॉयस की शुरुआत की है जिसके माध्यम से उन्होंने अमेरिका व अन्य देशों में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों को एक मंच पर लाने का काम किया है।

उनका कहना है कि वह खुद भारत में एक बड़ा निवेश करना चाहते हैं मगर सरकार की नीतियां स्पष्ट नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को एनआरआई समुदाय के लोगों के साथ मिलकर इन मुद्दों का हल निकालना चाहिए। थोड़े बहुत कारगर बदलावों से स्थितियां बदल सकती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत तरक्की कर रहा है भारत के लोग बहुत मेहनती है जिस भी देश में भारत के लोग जाते हैं वह वहां अपना 100% कार्य करने की कोशिश करते हैं।

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