लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। लखनऊ में 2 से 4 दिसंबर 2025 तक आयोजित होने वाले लखनऊ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का ऐलान कर दिया गया है। यह तीन दिवसीय भव्य सिनेमाई महोत्सव देश-विदेश के नामचीन फिल्मकारों, कलाकारों और सिनेप्रेमियों का केंद्र बनेगा। फेस्टिवल का उद्देश्य सिनेमा की विविध कहानियों का उत्सव मनाना और रचनात्मक प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करना है। इस अवसर पर फेस्टिवल के संस्थापक और प्रसिद्ध फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व डिस्ट्रीब्यूटर अयूब खान ने अपनी आगामी हिंदी फीचर फिल्म ‘शुभ संगम’ की भी घोषणा की, जिसकी शूटिंग नवंबर 2025 से उत्तर प्रदेश में शुरू होगी। यह आयोजन लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहर और उत्तर प्रदेश की रचनात्मक ऊर्जा को वैश्विक मंच पर ले जाएगा।
लखनऊ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल: एक सिनेमाई उत्सव
लखनऊ के सहारागंज स्थित पीवीआर सिनेमा में आयोजित होने वाला यह प्रतिष्ठित फेस्टिवल उत्तर प्रदेश के सिनेमा प्रेमियों और रचनात्मक प्रतिभाओं के लिए एक अनूठा मंच होगा। फेस्टिवल के संस्थापक अयूब खान ने कहा, “लखनऊ एक शानदार शहर है, जहां सिनेमा को हमेशा अपार प्यार मिला है। यह फेस्टिवल न केवल सिनेमाई रचनाओं का जश्न मनाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के लेखकों, निर्देशकों और कलाकारों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाएगा।”
फेस्टिवल में वरिष्ठ अभिनेता राकेश बेदी, निर्देशक सोहम पी. शाह और फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बी. एन. तिवारी जैसे दिग्गज शामिल होंगे। यह आयोजन सिनेमा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की बढ़ती पहचान को और मजबूत करेगा।
‘शुभ संगम’: यूपी की मिट्टी की कहानी
फेस्टिवल के दौरान अयूब खान ने अपनी आगामी हिंदी फीचर फिल्म ‘शुभ संगम’ की औपचारिक घोषणा की। इस फिल्म की शूटिंग नवंबर 2025 से उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर शुरू होगी। यह फिल्म उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि को केंद्र में रखकर बनाई जाएगी, जो स्थानीय प्रतिभाओं और कहानियों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगी। अयूब खान ने बताया कि ‘शुभ संगम’ में वरिष्ठ अभिनेता राकेश बेदी भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
दिग्गजों की मौजूदगी और बयान
राकेश बेदी (वरिष्ठ अभिनेता और जूरी सदस्य): राकेश बेदी ने फेस्टिवल और ‘शुभ संगम’ की घोषणा को लखनऊ के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्होंने अयूब खान के साथ अपने लंबे सहयोग का जिक्र करते हुए कहा, “मैं दो साल से सिनीड्रीम्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (मुंबई) में जूरी सदस्य रहा हूं और अयूब की फिल्म ‘बेलगाम’ में भी काम किया है। वे एक प्रतिभाशाली लेखक-निर्देशक और ईमानदार इंसान हैं। यह फेस्टिवल लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।”
सोहम पी. शाह (फिल्म निर्देशक और जूरी सदस्य): सोहम ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सिनेमा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है। यह फेस्टिवल स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने और वैश्विक सिनेमा से जोड़ने का एक शानदार मंच है।”
पहलाज निहलानी (पूर्व सेंसर बोर्ड अध्यक्ष): पहलाज निहलानी ने फेस्टिवल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का हिस्सा बनने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “अयूब खान की मेहनत और लखनऊ के कलाकारों का समर्थन इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाएगा। यह फेस्टिवल लखनऊ की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करेगा।”
फेस्टिवल का उद्देश्य
लखनऊ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के प्रतिभाशाली लेखकों, निर्देशकों और कलाकारों को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन न केवल सिनेमाई रचनाओं को प्रदर्शित करेगा, बल्कि स्थानीय और वैश्विक सिनेमा के बीच एक सेतु भी बनेगा। फेस्टिवल में फिल्म स्क्रीनिंग, पैनल चर्चा, कार्यशालाएं और पुरस्कार समारोह जैसे आयोजन शामिल होंगे, जो सिनेप्रेमियों और रचनात्मक प्रतिभाओं के लिए प्रेरणादायक होंगे।
निष्कर्ष
लखनऊ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल और ‘शुभ संगम’ की घोषणा ने लखनऊ को एक बड़े सांस्कृतिक उत्सव की ओर अग्रसर किया है। यह आयोजन उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और सिनेमाई विरासत को वैश्विक मंच पर ले जाएगा। अयूब खान के नेतृत्व में यह फेस्टिवल लखनऊ को सिनेमा की दुनिया में एक नई पहचान दिलाने का वादा करता है। दिसंबर 2025 में होने वाला यह आयोजन सिनेमा, कला और रचनात्मकता का एक भव्य संगम होगा।