ग्रेटर नोएडा, (वेब वार्ता)। पाकिस्तान से भारत आईं सीमा हैदर और उनके भारतीय पति सचिन मीणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनका प्यार या सोशल मीडिया रील्स नहीं, बल्कि 650 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) घोटाला है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में खुलासा हुआ है कि इस बड़े घोटाले में सीमा हैदर और सचिन के नाम और तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया। हालांकि, सचिन ने साफ किया है कि उनका और उनकी पत्नी का इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। आइए जानते हैं इस सनसनीखेज मामले की पूरी कहानी।
650 करोड़ का ITC घोटाला: कैसे रचा गया फर्जीवाड़ा?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के अनुसार, यह घोटाला बिहार के दरभंगा के दो चार्टर्ड अकाउंटेंट भाइयों, आशुतोष झा और विपिन झा, ने रचा। इन दोनों ने सिद्धिविनायक ट्रेड मर्चेंट नाम की एक फर्जी कंपनी बनाकर अरुणाचल प्रदेश सरकार को 650 करोड़ रुपये का चूना लगाया। इस घोटाले में कई शेल कंपनियां (कागजों पर बनी फर्जी कंपनियां) बनाई गईं, जिनका कोई वास्तविक कारोबार नहीं था। इन कंपनियों के नाम पर फर्जी बिल बनाए गए और इनके जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का गलत लाभ उठाया गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस फर्जीवाड़े में सीमा हैदर और सचिन मीणा की तस्वीरों और नाम का इस्तेमाल कर फर्जी पहचान पत्र बनाए गए। ईडी की जांच में सामने आया कि झा बंधुओं ने 99.21 करोड़ रुपये का गबन अरुणाचल प्रदेश सरकार से किया। यह राशि फर्जी GST इनवॉइस के आधार पर टैक्स रिफंड के रूप में हासिल की गई। इस पैसे का इस्तेमाल हवाला और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में होने का संदेह है।
सीमा और सचिन का क्या कहना है?
ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा, “मेरे और मेरी पत्नी सीमा का इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी। हमारे नाम और तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया है।” उन्होंने मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में उनकी साख पर सवाल न उठे। सीमा और सचिन के वकील, एपी सिंह, ने भी कहा कि यह एक साजिश है, जिसका मकसद उनके मुवक्किलों की छवि खराब करना है।
सचिन ने मीडिया से बातचीत में जोर देकर कहा कि उन्हें और सीमा को इस घोटाले की “एबीसीडी” तक नहीं पता। उन्होंने जांच एजेंसियों पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि सच्चाई जल्द सामने आएगी।
झा बंधुओं का पुराना रिकॉर्ड
यह पहली बार नहीं है जब आशुतोष और विपिन झा घोटाले में शामिल पाए गए हैं। 2024 में भी अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने इन्हें 100 करोड़ रुपये के ITC घोटाले में गिरफ्तार किया था। उस समय भी इन दोनों ने सीमा और सचिन की तस्वीरों का इस्तेमाल कर फर्जी दस्तावेज बनाए थे। दोनों भाइयों ने दरभंगा के अपने पैतृक गांव में आलीशान मकान बनाया, जिसे देखकर ग्रामीणों को उनके फर्जीवाड़े का अंदाजा तक नहीं था।
ईडी ने इस बार सख्ती दिखाते हुए 11 सितंबर 2025 को दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना और अरुणाचल प्रदेश में छापेमारी शुरू की। जांच में सिद्धिविनायक ट्रेड मर्चेंट के मालिक राहुल जैन का नाम भी सामने आया है, लेकिन उनकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
घोटाले का पैटर्न: कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
ईडी की रिपोर्ट के अनुसार, इस घोटाले का तरीका सुनियोजित था:
- शेल कंपनियां बनाना: झा बंधुओं ने देशभर में कई फर्जी कंपनियां बनाईं, जो सिर्फ कागजों पर थीं।
- फर्जी बिलिंग: इन कंपनियों के नाम पर फर्जी GST इनवॉइस बनाए गए, जिनमें कोई वास्तविक कारोबार नहीं था।
- टैक्स रिफंड का दुरुपयोग: इन फर्जी बिलों के आधार पर ITC का लाभ उठाया गया, जिससे सरकार को 650 करोड़ का नुकसान हुआ।
- फर्जी पहचान पत्र: सीमा हैदर और सचिन के नाम और तस्वीरों का इस्तेमाल कर फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और GST नंबर बनाए गए।
इस घोटाले के तार हवाला कारोबारियों और अन्य फर्जी कंपनियों के निदेशकों से भी जुड़े हैं। ईडी का मानना है कि इस राशि का बड़ा हिस्सा मनी लॉन्ड्रिंग और गैरकानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ।
सीमा हैदर और सचिन: पहले भी विवादों में
सीमा हैदर और सचिन मीणा की प्रेम कहानी हमेशा से चर्चा में रही है। सीमा, जो पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ भारत आई थीं, ने सचिन से PUBG गेम के जरिए मुलाकात की थी। दोनों ने बाद में शादी कर ली, लेकिन उनकी कहानी कई विवादों से घिरी रही। हाल ही में सीमा के पहले पति गुलाम हैदर ने उनके खिलाफ 6 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था, जिसे सीमा ने पब्लिसिटी स्टंट करार दिया। इसके अलावा, मई 2025 में एक गुजराती युवक ने सीमा पर काला जादू करने का आरोप लगाते हुए उनके घर में घुसने की कोशिश की थी।
निष्कर्ष: सच्चाई का इंतजार
650 करोड़ रुपये के ITC घोटाले ने एक बार फिर सीमा हैदर और सचिन को सुर्खियों में ला दिया है। हालांकि, मौजूदा जानकारी के आधार पर यह स्पष्ट है कि उनका नाम फर्जी तरीके से इस्तेमाल किया गया। ईडी की जांच में इस घोटाले की और परतें खुलने की उम्मीद है। इस मामले में झा बंधुओं और अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग हो रही है। ग्रेटर नोएडा के इस दंपति की कहानी, जो पहले प्यार और अब घोटाले की वजह से चर्चा में है, अभी और ट्विस्ट ला सकती है।
सनसनीखेज खुलासा! 😱 650 करोड़ के ITC घोटाले में सीमा हैदर और सचिन का नाम! 😳 क्या है इस फर्जीवाड़े की असल कहानी? ईडी की जांच में बड़ा ट्विस्ट! 🕵️♂️ #Webvarta #SeemaHaider #ITCScam #EDRaid pic.twitter.com/mCci53FHoQ
— Webvarta News Agency (@webvarta) September 13, 2025
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