कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के विकास खंड मोतीचक के सोढ़रा गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का भवन नौ वर्षों से अधूरा पड़ा है। भवन के अधूरे होने के कारण केंद्र का संचालन प्राथमिक विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष में हो रहा है, जिससे बच्चों और शिक्षकों दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
निर्माण कार्य रुका, सुविधाएँ नहीं मिलीं
ग्रामीणों के अनुसार वर्ष 2016 में आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन आज तक फर्श, फाटक, खिड़कियाँ और रंगाई-पोताई जैसी बुनियादी सुविधाएँ पूरी नहीं हो सकी हैं। निर्माण स्थल पर गंदगी का अंबार लगा है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।
ठेकेदार फरार, संचालन में दिक्कतें
आंगनबाड़ी भवन अधूरा छोड़कर ठेकेदार के फरार हो जाने से केंद्र का संचालन प्राथमिक विद्यालय के कक्ष में चल रहा है। इससे बच्चों को पर्याप्त जगह नहीं मिल रही है और पढ़ाई बाधित हो रही है। अभिभावकों ने इसे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार दिया है।
शिकायतें दर्ज, कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने ठेकेदार के विरुद्ध विधिक कार्रवाई किए जाने तथा निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई, लेकिन कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में शासन को पत्र लिखा गया है और जल्द समाधान के प्रयास किए जाएंगे। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों की चिंता
ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र केवल एक भवन नहीं, बल्कि बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा का आधार है। ऐसे में भवन अधूरा रह जाना बच्चों के अधिकारों का हनन है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए जल्द कार्रवाई की जाए।