खरखौदा/सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली और खरखौदा से विधायक पवन खरखौदा ने 12 सितंबर 2025 को पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह राहत सामग्री पंजाब के पठानकोट जिले में बाढ़ पीड़ित परिवारों तक पहुँचाई जाएगी। यह पहल बाढ़ प्रभावितों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से की गई है।
राहत सामग्री में आवश्यक खाद्य पदार्थ
ट्रक में 500 पैकेट राहत सामग्री भेजी गई है, प्रत्येक पैकेट का वजन 20 किलोग्राम है। इन पैकेटों में आटा, दाल, चावल, हल्दी, नमक, मिर्च, मैगी, मसाले, प्याज, आलू, और अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री शामिल हैं। यह सामग्री 500 बाढ़ प्रभावित परिवारों की तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के सहयोग से यह सामग्री एकत्रित की गई।
नेताओं का संदेश: सहायता का कर्तव्य
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली ने कहा, “पंजाब के बाढ़ पीड़ित हमारे अपने परिवार का हिस्सा हैं। संकट की इस घड़ी में उनकी मदद करना हमारा कर्तव्य है। यह राहत सामग्री उनके लिए कुछ राहत प्रदान करेगी, और हम भविष्य में भी हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने बाढ़ प्रभावितों के प्रति एकजुटता व्यक्त की और हरियाणा सरकार की बाढ़ राहत प्रयासों की सराहना की।
खरखौदा विधायक पवन खरखौदा ने कहा, “यह राहत सामग्री 500 परिवारों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। हमारी कोशिश है कि बाढ़ पीड़ितों तक जल्द से जल्द सहायता पहुँचे और उनकी मुश्किलें कम हों।” उन्होंने स्थानीय प्रशासन और कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
आयोजन में उपस्थिति
इस कार्यक्रम में खरखौदा नगर पालिका के अध्यक्ष हीरा लाल इंदौरा, एसडीएम डॉ. निर्मल नागर, बीडीपीओ सुरेंद्र, मुकेश सैनी, मुकेश पाराशर, आजाद, कृष्ण, हैप्पी, आकाश, विजय, बाल किशन, सुशील पाराशर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। सभी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए एकजुट होकर सहायता का संकल्प लिया।
पंजाब में बाढ़ की स्थिति
पंजाब के पठानकोट जिले में हाल ही में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं और उनकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति एक बड़ी चुनौती बन गई है। हरियाणा के इस प्रयास से उन परिवारों को तत्काल राहत मिलेगी। भाजपा ने अन्य राज्यों के साथ एकजुटता दिखाते हुए मानवीय सहायता को प्राथमिकता दी है।
यह पहल भारत के विभिन्न राज्यों के बीच आपसी सहयोग का एक उदाहरण है। उम्मीद है कि यह सामग्री पठानकोट पहुँचकर बाढ़ पीड़ितों की कुछ हद तक मदद करेगी।