लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों ने छात्रों और नौजवानों का भविष्य खतरे में डाल दिया है। अखिलेश ने विश्वविद्यालयों में अनियमितताओं, वाइस चांसलरों की नियुक्तियों, और घोटालों की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
भाजपा ने शिक्षा को बनाया खिलवाड़ का विषय
श्री अखिलेश यादव ने कहा:
“भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। शिक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ कभी नहीं हुआ जैसा इस सरकार में हो रहा है। 27,000 प्राथमिक स्कूल बंद करके यह सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित कर रही है।”
अब जब मुख्यमंत्रीजी S.I.R की तर्ज़ पर विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में T.I.R (Thorough Investigation Report) लाने का आदेश दे रहे हैं तो कुछ सलाह हमारी भी मान लें:
– लगे हाथ सभी राज्य विश्वविद्यालयों की कमान मुख्यमंत्री के हाथ में होने का फ़रमान जारी कर दें।
– उन सभी वाइस…— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 8, 2025
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का एजेंडा शिक्षा, नौकरी, और रोजगार को बढ़ावा देना नहीं है। इसके बजाय, यह सरकार नौजवानों को झूठे वादों से गुमराह कर रही है। 2027 के विधानसभा चुनाव में युवा शक्ति भाजपा को सत्ता से हटाकर अपने साथ हुए अन्याय और अत्याचार का हिसाब लेगी।
विश्वविद्यालयों में अनियमितताओं की जांच की मांग
अखिलेश यादव ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में व्याप्त अनियमितताओं पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा:
“मुख्यमंत्री जी एसआईआर की तर्ज पर टीआईआर (थ्रो इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट) लाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में वाइस चांसलरों की भी जांच हो, जो संगी-साथियों की पर्ची के लेनदेन से पदों पर बैठे हैं।”
उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच की मांग की:
वित्तीय अनियमितताएं और परीक्षा घोटाले।
शिक्षक नियुक्तियों में आरक्षण घपले।
नॉट फाउंड सूटेबल (एन.एफ.एस.) का पीडीए के खिलाफ हथियार के रूप में दुरुपयोग।
विश्वविद्यालयों की मान्यता और प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी।
छात्रवृत्ति योजनाओं में घपले।
फर्जी डिग्री विवाद और निजी विश्वविद्यालयों में सत्ताधीशों के काले धन की जांच।
निष्पक्षता और पारदर्शिता पर जोर
अखिलेश ने सुझाव दिया कि जांच की निष्पक्षता, विश्वसनीयता, और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वहां से शुरू हो, जहां के कर्ता-धर्ता स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। उन्होंने कहा:
“शिक्षा व्यवस्था में सुधार तभी संभव है जब भाजपा सरकार सत्ता से बाहर होगी। तभी नौजवानों का भविष्य सुरक्षित होगा।”
27,000 स्कूल बंद करने का आरोप
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर 27,000 प्राथमिक स्कूल बंद करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह कदम गरीब और वंचित बच्चों को शिक्षा से दूर करने की साजिश है। युवा और छात्र अब भाजपा की असलियत समझ चुके हैं और 2027 में हिसाब चुकता करेंगे।
निष्कर्ष: युवा शक्ति का आह्वान
अखिलेश यादव ने अपने बयान में नौजवानों और छात्रों से भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और नौजवानों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भाजपा सरकार को सत्ता से हटाना जरूरी है। यह बयान उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और युवा हितों को लेकर चल रही बहस को और तेज करता है।
स्रोत: समाजवादी पार्टी के आधिकारिक बयान (राजेन्द्र चौधरी – मुख्य प्रवक्ता)