लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास 5-कालिदास मार्ग, लखनऊ में जनता दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने एक-एक कर फरियादियों की समस्याएं सुनीं और उन्हें आश्वस्त किया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर समस्या का निस्तारण प्राथमिकता से और समयबद्ध तरीके से किया जाए।
जनता दर्शन: सीधे संवाद का मंच
कार्यक्रम में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के नागरिकों ने स्वास्थ्य, सड़क, पानी, भूमि विवाद, राजस्व, पुलिस, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित शिकायतें मुख्यमंत्री के सामने रखीं। योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि शासन की योजनाओं और प्रशासनिक सेवाओं का लाभ जनता तक शीघ्र पहुंचना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने एक दृष्टिबाधित व्यक्ति की समस्या सुनते हुए उसकी जरूरत को समझा और उसे सफेद छड़ी प्रदान की। इस मौके पर उन्होंने लोगों से सीधे संवाद किया और हर नागरिक की मदद करने का आश्वासन दिया। योगी ने कहा:
“किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। हर समस्या का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाएगा।”
🌟 लखनऊ में CM योगी ने जनता दर्शन में सुनीं समस्याएं, अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश! दृष्टिबाधित को सफेद छड़ी देकर दिखाया मानवीय पक्ष। 👏 #YogiAdityanath #JanataDarshan #LucknowNews #UPGovernment pic.twitter.com/1keokUPkd0
— Webvarta News Agency (@webvarta) September 8, 2025
समस्याओं का त्वरित निस्तारण: अधिकारियों को निर्देश
जनता दर्शन में अधिकतर शिकायतें भूमि विवाद, राजस्व, पुलिस, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित थीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर समस्या का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जनता को लाभ पहुंचाना जरूरी है। इस कार्यक्रम ने जनता के सीधे संवाद का मंच प्रदान किया, जहां फरियादी अपनी बात बिना किसी हिचक के रख सके।
जनता दर्शन का महत्व
जनता दर्शन कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल है, जो प्रशासनिक जवाबदेही और जनता की पहुंच को बढ़ावा देता है। इस तरह के आयोजन उत्तर प्रदेश में नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, जहां मुख्यमंत्री खुद फरियादियों की समस्याएं सुनते हैं। इस कार्यक्रम से न केवल समस्याओं का त्वरित निस्तारण होता है, बल्कि यह जनता और सरकार के बीच विश्वास को मजबूत करता है।